बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। लिहाजा राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला भी चल रहा है। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव के साथ मिलकर यात्रा निकाल रहे हैं तो वहीं NDA की तरफ से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी बीच गया जी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशाल रैली हुई। इस रैली में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दो विधायक भी पहुंचे थे। राजद के दोनों विधायकों के पीएम मोदी के मंच पर दिखते ही राजनीति में हलचल तेज हो गई। कौन थे ये दोनों विधायक और क्या ये बीजेपी में शामिल हो रहे हैं?
पीएम मोदी के मंच पर दिखने वाले राजद विधायकों में विभा देवी और प्रकाश वीर हैं। दोनों गया जी में प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान मंच पर मौजूद थे। इस रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने राजद पर तीखा हमला बोला और भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। इसके बाद इन दोनों नेताओं के पाला बदलने या बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गईं।
कौन हैं विधायक विभा देवी?
विभा देवी नवादा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। उनके पति राज बल्लभ यादव राजद से विधायक रह चुके हैं। पति के जेल में जाने के बाद से ही वह राजनीति में सक्रिय हुईं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार श्रवण कुमार को 26,310 वोटों से हराया था।
बीजेपी को हराकर विधायक बने प्रकाश वीर
प्रकाश वीर राजौली विधानसभा क्षेत्र (अनुसूचित जाति सीट) से राजद के विधायक हैं। प्रकाश वीर ने बीजेपी उम्मीदवार कन्हैया कुमार को 12 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। प्रकाश वीर राजद के साथ काफी समय से जुड़े हुए हैं और अपने क्षेत्र में उनकी पकड़ काफी मजबूत है।
क्या बीजेपी में शामिल हो रहे हैं दोनों विधायक?
राजद विधायक प्रकाश वीर ने कहा है कि यह एक सरकारी कार्यक्रम था और हमें इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। यह कोई राजनीतिक समारोह नहीं था। प्रधानमंत्री सबके हैं। हम तो यह देखने गए थे कि इनकी आगे की घोषणाएं क्या-क्या हैं, ये गरीबों के लिए क्या करने वाले हैं? हम लोग अभी भी राजद में ही हैं। हम लोग अभी समझ रहे हैं कि अच्छा काम कौन कर रहा है। कयास लगाने वाले लगाते रहें।
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बीजेपी ने भी किया साफ
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस कार्यक्रम में सभी को आमंत्रित किया गया था। इसमें कई विभाग शामिल थे। कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, इसलिए सभी पार्टी विधायकों, विधान पार्षदों, सांसदों को आमंत्रित किया गया था। इसमें दूसरी पार्टी के कई नेता शामिल नहीं हुए।