देश में मौसम बदल रहा है। सर्दी जा रही है और गर्मी ने दस्तक दे दी है, लेकिन मौसम के बदलने से पहले ही बिहार में सियासी पारा हाई हो गया है। बिहार की सियासत में अभी से मई-जून की गर्मी का अहसास होने लगा है। राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता अपने बयानों से राज्य की सरगर्मी को और बढ़ा रहे हैं। इसी बीच सोमवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा।
तेजस्वी ने किए चौंकाने वाले दावे
विधानसभा में अपने भाषण के दौरान तेजस्वी सीएम नीतीश कुमार के साथ-साथ बीजेपी नेताओं पर भी हमलावर दिखे। उन्होंने कहा कि ‘राज्य के बजट पर मैं बोलना चाहता हूं। आज जो सरकार में बैठे हैं इनका आजादी में कोई योगदान नहीं था।’ इस दौरान उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर चौंकाने वाले दावे किए। उन्होंने कहा कि आज बिहार देश में सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाले राज्यों में शामिल हो गया है। उन्होंने बताया कि बिहार के ऊपर फिलहाल 3 लाख 19 हजार 618 करोड़ रुपये का कर्ज है।
राज्य के हर व्यक्ति पर 25 हजार रुपये का कर्ज
उन्होंने कहा कि सरकार की ‘गलत नीतियों की वजह से बिहार के हर व्यक्ति पर 25 हजार रुपये का कर्ज है। राज्य के कुल बजट का 7.5 फीसदी ब्याज चुकाने में चला जाता है। 20 हजार 526 करोड़ रुपये सालाना सिर्फ ब्याज देने में खर्च किया जाता है यानी बिहार प्रतिदिन 56 करोड़ रुपये ब्याज चुकाता है। माना जा रहा है कि तेजस्वी के इस बयान के बाद राज्य में राजनीतिक बवाल मचना तय है!
‘कहां से आंकड़ा लाते हैं?’
उन्होंने कहा कि ‘लालू प्रसाद जब 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने थे तब राज्य का बजट 3 हजार करोड़ रुपये था और उनके पद छोड़ने तक 28 हजार करोड़ रुपए का बजट था। मौजूदा बजट उस समय की तुलना में साढ़े नौ गुना ही बढ़ा है, बजट तो बढ़ता ही रहेगा, इसमें ये कौन तीर मार रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि इस बार वित्त मंत्री ने 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। कहां से आंकड़ा लाते हैं, बिहार कर्ज में हैं, चुनावी साल है तो 39 हजार करोड़ की बढ़त दिखा दी। लेकिन महीनों से शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं है। पिछले साल में बजट का 60 प्रतिशत राशि खर्च नहीं कर पाए ये लोग।
‘भ्रष्टाचार का आलम चरम पर’
तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘राज्य में भ्रष्टाचार का आलम चरण पर है। चूहा शराब पी रहा है और पर्चा लीक हो रहा है। मुख्यमंत्री को राष्ट्रगान की चिंता नहीं है, जबकि भाजपा को अपनी सरकार की काफी चिंता है। थाना-ब्लॉक सब जगह सीनाजोरी से वसूली की जा रही है। सीओ आउट ऑफ कंट्रोल हैं वो डीएम की भी नहीं सुनते। जब मुख्यमंत्री सचिवालय से सब नियंत्रित होता है तो सीओ, डीएम की क्यों सुनेगा? बाकी सभी भ्रष्ट हैं और सिर्फ सीएम सचिवालय के पदाधिकारी सच्चे हैं। मुख्यमंत्री जिस तरह से पैसे में गिरते हैं, उससे ज्यादा यहां नदी पर पुल गिर रहा है।
अपराध को लेकर साधा निशाना
तेजस्वी ने अपराध को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बिहार कम्युनल वायलेंस में देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर है। बिहार पुलिस की स्थिति ऐसी हो गई है कि अपराध के आंकड़े यहां वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया जा रहा है। तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिता और बेटी के रिश्ते पर भी असभ्य बयान दे चुके हैं। हमारी बहन ने पिता लालू यादव को किडनी दी थी। उस पर उन्होंने कहा था कि टिकट के लिए उन्होंने किडनी दी। ऐसी छोटी सोच पर क्या कह सकते हैं? तेजस्वी ने आरोप लगाया कि अब अपराधियों की भी जाति गिनी जा रही है, जबकि अपराधियों का कोई जाति-धर्म नहीं होता। लेकिन एक विशेष जाति से अपराधियों को जोड़ा जा रहा है। इतना ही जाति ढूंढने का शौक है तो डीजीपी को आदेश दें कि अपराधियों की भी जाति का ब्यौरा दिया जाए।
डिप्टी सीएम बनाने पर कसा तंज
तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार कहते हैं कि तेजस्वी को हमने उपमुख्यमंत्री बनाया तो आप बताइए कि 80 बड़ा होता है कि 43 बड़ा होता है। जनता मालिक है, सबको बनाती है, हमलोग की हैसियत नहीं है। नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि उनको दरबार की आदत है क्योंकि वे दरबारी हैं।