प्रिंस गुप्ता, कटिहार।
राजनीतिक रणनीतिकार और जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी ‘जनसुराज उद्घोष यात्रा’ के तहत एक दिवसीय दौरे पर रविवार को कटिहार पहुंचे। कटिहार में सर्किट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव हैं, इसलिए नवंबर तक अमित शाह और पीएम मोदी का सिर्फ बिहार प्रेम ही दिखेगा। चुनाव तक हर केंद्रीय योजना का शिलान्यास बिहार से होगा, किसान सम्मान निधि का पैसा भी बिहार से भेजा जाएगा, लेकिन मोदीजी का ये प्रेम सिर्फ चुनाव तक ही दिखेगा। साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा कि जनसुराज किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जनसुराज इस बार विधानसभा में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसमें से दो तिहाई लोग ऐसे होंगे जो पहली बार चुनाव लड़ेंगें।
पीके ने जनता को दिया नया विकल्प
इसके साथ ही प्रशांत किशोर (पीके) ने कटिहार जिला के मनिहारी रेलवे ग्राउंड में जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बिहार में रोजगार, शिक्षा और पलायन जैसे मुद्दों को लेकर बड़ा सवाल किया। उन्होंने जनता को एनडीए और राजद की राजनीति से अलग ‘जनता के राज’ यानी जनसुराज का विकल्प दिया। प्रशांत किशोर ने अपने भाषण में कहा, ‘लालू जी अपने नौवीं पास बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, लेकिन बिहार का पढ़ा-लिखा युवा भी नौकरी के लिए भटक रहा है। हम ऐसा बिहार बनाएंगे जहां छठ के बाद लौटने वाले मजदूरों को रोजगार के लिए पलायन नहीं करना पड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि नीतीश-लालू को हटाइए और जनता की सरकार बनाइए।
सरकारी स्कूलों में सुधार का वादा
अपने संबोधन में शिक्षा व्यवस्था पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ‘जब तक सरकारी स्कूलों की स्थिति नहीं सुधरती, मैं खुद प्राइवेट स्कूल की फीस भरूंगा। शिक्षा के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है।’
रोजगार बनाम मुफ्त अनाज
उन्होंने मुफ्त अनाज की नीति की आलोचना करते हुए कहा कि हम 5 किलो अनाज नहीं देंगे, बल्कि रोजगार देंगे ताकि हर व्यक्ति आत्मनिर्भर बन सके।
‘एनडीए और राजद का विकल्प है जन सुराज’
प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता से अपील की कि वे एनडीए और राजद के विकल्प के रूप में जनसुराज को समर्थन दें। उन्होंने जनता के राज की बात करते हुए कहा कि यह अभियान बिहार को बाढ़, पलायन और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से मुक्त करने की दिशा में काम करेगा। इस जनसभा में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने जनसुराज के अभियान को मजबूती दी।
शराबबंदी पर किया प्रहार
उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नाम पर भ्रष्ट अधिकारियों के पास पैसा जा रहा है। शराब माफिया और नेताओं के पास जा रहा है। वक्फ संशोधन बिल को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि हम इस बिल के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा मुसलमान को डरा रही है। अगर नीतीश कुमार वक्फ कानून के विरोध में खड़े नहीं होते हैं तो मैं उनके पार्टी के मुस्लिम नेताओं से अपील करूंगा कि वह मुख्यमंत्री को लिखकर दें कि वह वक्फ के पक्ष में मतदान न करें। और अगर वह करेंगे तो सारे मुस्लिम साथियों को जदयू छोड़ देनी चाहिए। ताकि नीतीश कुमार को भी सबक मिले और अगर वादा खिलाफी करेंगे, पीठ में छुरा भोकेंगे तो समाज का हर आदमी उनके लिए खड़ा नहीं होगा।