बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा बढ़ा हुआ है। इसी बीच राजनीतिक दलों में इस्तीफे का दौर भी शुरू हो गया है। बिहार की राजनीति में पैर पसार रहे जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के संस्थापक प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है। ताजा मामला बिहार के नवादा जिले का है। नवादा की धरती पर शुक्रवार को पहली बार जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का आगमन हुआ था। आगमन के बाद उनके करीबी नेता ने पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुखिया कन्हैया कुमार बादल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है।
प्रशांत किशोर पर लगाए ये आरोप
हिसुआ क्षेत्र के रहने वाले सांगा संजीत उर्फ कन्हैया कुमार बादल ने गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी। कन्हैया कुमार बादल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वह हिसुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे और किसी भी कीमत पर अपने स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं करेंगे। कन्हैया कुमार बादल के साथ इस्तीफा देने वालों में अनंत कुमार, डॉ. प्रदीप शर्मा, धर्मवीर कुमार, सुरेंद्र राजवंशी, उदय शंकर, कुलदीप राजवंशी और महेश यादव जैसे कई प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हैं। कन्हैया कुमार बादल ने प्रशांत किशोर पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोगों का उनके साथ जमावड़ा है, जिनका कोई इतिहास ही नहीं है। मैं इस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं और जनता के बीच में निर्दलीय चुनाव लड़के दिखाऊंगा। उन्होंने कहा कि इस पार्टी में ऐसे लोग हैं जिन्होंने कभी संघर्ष नहीं किया। ऐसे लोगों का हम खुद ही बहिष्कार करते हैं।
पार्टी छोड़ने के पीछे ये वजह आई सामने
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रशांत किशोर के नवादा आगमन के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कन्हैया कुमार बादल को मंच से बोलने का मौका नहीं दिया गया था। इसी घटना से आहत होकर उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ने का फैसला किया। कन्हैया कुमार ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने पार्टी से 21,000 रुपये का प्रत्याशी रसीद भी कटाया था। उन्होंने प्रशांत किशोर के साथ उनकी कई करीबी तस्वीरें भी जारी की हैं, जो उनकी निकटता को दर्शाती हैं।
पार्टी में मचा हड़कंप
इस्तीफे के बाद जन सुराज पार्टी की अंदरूनी कलह सामने आ गई है। कन्हैया कुमार ने पार्टी नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि पार्टी में 5000 से अधिक व्यक्ति को जोड़ने का काम मेरे द्वारा किया गया था। पिछले 25 वर्षों से समाजसेवी का काम कर रहा हूं और पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में हमें रखा गया था। 3 महीने में मैंने पार्टी को खड़ा किया, लेकिन नवादा के कुछ ऐसे लोग थे, जो प्रशांत किशोर के आने के बाद मुझे मंच पर बोलने का मौका नहीं दिया, जिससे हमारे समर्थकों को ठेस पहुंचा। बता दें कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर को एक बड़ा झटका लगा था। कुछ दिन पहले पूर्णिया से जन सुराज के महानगर अध्यक्ष राजीव राय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। राजीव राय ने सोमवार (21 अप्रैल) को अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर इस्तीफे की जानकारी दी थी।