पटना के प्रतिष्ठित पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में अब पुलिस की जांच ने रफ्तार पकड़ ली है। सीसीटीवी फुटेज और इनपुट्स के आधार पर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिससे साजिश की गहराई और इसके पीछे सक्रिय गैंग का चेहरा सामने आ रहा है। पुलिस को घटनास्थल और उसके आसपास के इलाके से कई अतिरिक्त सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। इनमें साफ दिख रहा है कि पांच शूटर अस्पताल के अंदर घुसे थे, जबकि एक बाहर निगरानी में खड़ा था। हमले के बाद सभी हमलावर समनपुरा की गली की ओर भागे।
पुलिस की जांच में खुलासा
पुलिस जांच में पता चला है कि तीन अपराधी बाइक पर सवार होकर आए थे। इस हमले के बाद भागते समय भी उन्होंने वही रूट लिया। जिससे यह भी साफ होता है कि घटना की पूरी प्लानिंग पहले से तय थी। जिसके बाद यह सारी घटना हुई। बता दें, घटना से एक रात पहले बुधवार को सभी शूटरों ने फुलवारी शरीफ के खलीलपुरा में जश्न मनाया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, वहां फायरिंग भी की गई थी। इसकी सूचना मिलने के बावजूद पुलिस के पहुंचने से पहले ही वो सभी फरार हो गए थे।
‘लाइनर’ बना साजिश की अहम कड़ी
इस पूरे हमले में पुलिस को शक है कि एक ‘लाइनर’ की बड़ी भूमिका रही है। यह शख्स पारस अस्पताल के पास ही रहता है और एक पुराना अपराधी है। जानकारी के मुताबिक, उसके रिश्तेदार दो महीने तक अस्पताल में भर्ती थे, जिससे वह अस्पताल के अंदर कुछ लोगों से परिचित हो गया था। इसी ने सिक्योरिटी गार्ड को सेट किया, जिससे शूटर्स को एंट्री और मूवमेंट में सहूलियत मिली।
चंदन मिश्रा की सोशल मीडिया गतिविधियां
पेरोल पर बाहर आने के बाद चंदन मिश्रा पहले अपने गांव गया, जहां उसका भव्य स्वागत किया गया। उस दौरान उसके समर्थकों ने उसकी वीडियो और रील्स सोशल मीडिया पर खूब वायरल कीं। पुलिस को शक है कि यही दिखावा उसके दुश्मनों को सक्रिय करने में ट्रिगर साबित हुआ। ऑपरेशन से ठीक पहले चंदन पटना के सिटी सेंटर मॉल में शॉपिंग करने गया था। उसकी गतिविधियों की पल-पल की खबर हमलावरों को लगातार मिल रही थी।
पुराने जानकार थे हमलावर
इस मामले में दो शूटरों ने घटना से पहले बक्सर में चंदन मिश्रा से मुलाकात की थी। ये दोनों उससे पहले से परिचित थे। चंदन को किसी अनहोनी का अंदाजा नहीं था, क्योंकि उसके आसपास घूम रहे कुछ लोग उसी गैंग से जुड़े हुए थे। फिलहाल, पुलिस ने अब तक 8 संदिग्धों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। इन संदिग्धों में कुख्यात तौसीफ राजा के करीबी भी शामिल है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में कई नाम सामने आने की संभावना है।
‘शेरू सिंह गैंग’ पर शक गहराया
पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड के पीछे कुख्यात शेरू सिंह गैंग का हाथ है। इस गैंग का इतिहास हत्या, रंगदारी और सुपारी किलिंग से जुड़ा रहा है। पारस अस्पताल में दिनदहाड़े हुई इस सुनियोजित हत्या ने कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, पुलिस अब हर दिशा में जांच करते हुए गैंग कनेक्शन, हॉस्पिटल इंटेलिजेंस लीक और सोशल मीडिया गतिविधियों की परत दर परत जांच कर रही है। पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। इस मामले के और भी चौंकाने वाले खुलासे सामने आने की संभावना है।
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