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बिहार

NDA का MMM फैक्टर या इंडिया अलायंस का महिला आरक्षण, बिहार चुनाव में किसकी रणनीति पड़ेगी भारी?

बिहार चुनाव 2025 में चुनावी राजनीति पूरी तरह दिलचस्प मोड़ पर है। एनडीए ने जहां महिला, मंदिर और मोदी यानी MMM फैक्टर को अपना चुनावी अस्त्र बना लिया है। वहीं विपक्षी इंडिया अलायंस भी महिलाओं को 50% आरक्षण के साथ-साथ महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अपना राजनीति कर रहे है।पढ़ें कुमार गौरव की रिपोर्ट।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : News24 हिंदी Updated: Jun 26, 2025 20:33

Bihar News: बिहार चुनाव को लेकर एनडीए और इंडिया अलायंस ने अपनी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। एक तरफ  एनडीए की चुनावी रणनीति  महिला, मंदिर और मोदी यानी MMM फैक्टर है तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया अलायंस महिलओं को 50% सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की बात कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताबड़तोड़ रैलियों से लेकर माता सीता के भव्य मंदिर की घोषणा तक, बीजेपी और जेडीयू गठबंधन मिलकर बिहार में एक खास नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक आस्था और मोदी मैजिक के सहारे एनडीए फिर से सत्ता पर काबिज होने का पूरा प्रयास कर रहा है।

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एनडीए का अभियान MMM

बिहार चुनाव 2025 में एनडीए ने अपना पूरा अभियान MMM यानी महिला, मंदिर और मोदी पर केंद्रित कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई से 15 सितंबर के बीच बिहार के सभी 9 प्रमंडलों में रैलियां करेंगे। अब तक मधुबनी, बिक्रमगंज और सिवान में वे जनसभाएं कर चुके हैं और अगले ढाई महीनों में 10 से ज्यादा बार बिहार दौरे की योजना है। दूसरी तरफ, सीतामढ़ी में माता सीता के भव्य मंदिर का ऐलान भी हो चुका है, जिसका डिजाइन जारी कर चुके हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।बीजेपी जानती है कि मंदिर और महिला दोनों ही भावनात्मक और सामाजिक आधार पर बड़े वोटबैंक से जुड़ते हैं।खासतौर पर महिलाएं, जो पिछले कई चुनावों में भाजपा-जेडीयू के साथ मजबूती से खड़ी रही हैं। उनके लिए नई योजनाओं का एलान भी तय है।

महिलाओं के लिए 50%आरक्षण

इधर इंडिया अलायंस ने भी महिला मतदाताओं को साधने की कोशिशें तेज़ कर दी हैं। कांग्रेस और राजद ने महिलाओं के लिए 50% सरकारी नौकरियों में आरक्षण, मुफ्त स्कूटी, और बालिका सुरक्षा निधि जैसी योजनाओं का एलान किया है।
वे इस अभियान को बेटी का भविष्य अभियान के नाम से चला रहे हैं। साथ ही मंदिर राजनीति पर पलटवार करते हुए इसे भावनात्मक मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया है। इंडिया अलायंस का दावा है कि असली मुद्दा रोजगार और महंगाई है. तेजस्वी यादव अब लालू यादव के समय लगे जंगल राज के आरोप को भी धोने का प्रयास कर रहे है।

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बिहार चुनाव में एनडीए का फोकस महिला, मंदिर और मोदी के MMM फॉर्मूले पर है।
जहां पीएम मोदी का प्रचार अभियान राज्य के कोने-कोने में चलेगा, वहीं सीता मंदिर और महिला योजनाएं भावनात्मक जुड़ाव का माध्यम बनेंगी। वहीं इंडिया अलायंस महिला योजनाओं की होड़ और विकास के मुद्दों से मुकाबले की रणनीति में जुट गया है।

 

 

First published on: Jun 26, 2025 08:33 PM

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