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Bihar News : बारह की उम्र में रजत जीतकर मुजफ्फरपुर के काव्या कश्यप ने रचा इतिहास

मुजफ्फरपुर से मुकुल कुमार की रिपोर्ट : कहते हैं प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है मुजफ्फरपुर के बारह वर्षीय काव्या कश्यप ने। काव्या ने ऑल इंडिया सब जूनियर नेशनल रैंकिंग बैडमिंटन प्रतियोगिता 2023 के युगल मुकाबले में रजत पदक जीता है। मुजफ्फरपुर के दामुचक चौक पर रहकर […]

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Jan 11, 2023 17:10
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Kavya Kashyap

मुजफ्फरपुर से मुकुल कुमार की रिपोर्ट : कहते हैं प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है मुजफ्फरपुर के बारह वर्षीय काव्या कश्यप ने। काव्या ने ऑल इंडिया सब जूनियर नेशनल रैंकिंग बैडमिंटन प्रतियोगिता 2023 के युगल मुकाबले में रजत पदक जीता है।

मुजफ्फरपुर के दामुचक चौक पर रहकर पढ़ाई कर रहे काव्या कश्यप के पिता व्यवसायी हैं। मूलरूप से वैशाली जिले के भगवानपुर के रहने वाले सुशांत चुनचुन प्रकाश जो काव्या के पिता हैं । उन्होंने मुजफ्फरपुर से ही एमबीए किया और परिवार के साथ मुजफ्फरपुर में ही रहकर अपना व्यवसाय करने लगे ।

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बचपन से है खेलने का शौक

काव्या के पिता सुशांत चुनचुन प्रकाश बताते हैं की बचपन से ही काव्या खेलने के प्रति शौक रखता है। बचपन में अपने घर के कैंपस में बैडमिंटन का रैकेट पकड़ने वाले काव्या ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा ।

शिक्षकों का मिला सहयोग

काव्या के खेल के प्रति दीवानगी को देखकर इसके स्कूल के शिक्षक समरेश कुमार ने भी भरपूर योगदान दिया। वेस्ट बंगाल बैडमिंटन एसोसिएशन कोलकाता के तत्वाधान में योनेक्स सनराइज ऑल इंडिया सब जूनियर नेशनल रैंकिंग बैडमिंटन प्रतियोगिता 2023 के युगल मुकाबले में अंडर 13 में मुजफ्फरपुर से बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए ने काव्या कश्यप ने रजत पदक जीतकर मुजफ्फरपुर के साथ-साथ पूरे बिहार को गौरवान्वित करने का काम किया है।

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फाईनल में मिली शिकस्त

मालूम हो कि वेस्ट बंगाल में 9 जनवरी को प्रतियोगिता का युगल फाइनल मैच राजस्थान के पांचवी वरीयता प्राप्त अंशुमान चौधरी एवं कन्दराप शर्मा और बिहार के प्रथम वरीयता प्राप्त काव्या कश्यप एवं मोहम्मद अब्दुल्लाह के बीच खेला गया। जिसमें राजस्थान के खिलाड़ी ने कड़े मुकाबले में 21-14, 23-21 के अंतराल से बिहार के खिलाड़ी को शिकस्त दे दी।

देश के लिए जीतना हैं गोल्ड

रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी काव्या कश्यप ने कहा कि फाइनल नहीं जीतने का अफसोस है। यहां तक पहुंचने में मेरे कोच समरेश सर और पिता का बहुत बड़ा योगदान है। मेरा सपना है कि ओलंपिक में भारत की ओर से स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम राेशन करूं।

कोच करेंगे प्रोत्साहित

काव्या कश्यप के मेहनत और उसके खेल के प्रति दीवानगी को देखकर उसके कोच समरेश कुमार बहुत ही निश्चिंत हैं । उन्होंने बच्चे को स्पॉन्सर्ड करते हुए छात्र के पढ़ाई लिखाई के साथ उसे भविष्य के लिए बढ़िया खिलाड़ी बनाने का बीड़ा उठाया है ।

HISTORY

Written By

Rakesh Choudhary

First published on: Jan 11, 2023 05:10 PM

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