मुजफ्फरपुर से मुकुल कुमार की रिपोर्ट: हमने बचपन से पढ़ा था, शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले,वतन पर मरने वालों का अलग अपना निशा होगा। इन्हीं शहीदों को मुजफ्फरपुर बिजली विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है ।
दरअसल मुजफ्फरपुर में अमर शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल चंद चाकी ने तत्कालीन डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट किंग्सफोर्ड के बग्गी पर बम फेंककर उनको मारने का प्रयास किया था । कालांतर में इसके लिए मुजफ्फरपुर में ही खुदीराम बोस को फांसी दी गई थी ।
मुजफ्फरपुर में बना है स्मारक
देश के इन दो वीर शहीदों के सम्मान में मुजफ्फरपुर के कंपनी बाग में स्मारक बना हुआ है जिसका उद्घाटन बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह ने किया था। हर साल इस स्मारक स्थल पर जिलाधिकारी, कमिश्नर सहित जनप्रतिनिधि शहीदों के प्रतिमा पर माल्यार्पण करने आते हैं। आज उन्ही शहीदों के नाम पर नोटिस जारी हुआ है।
नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने जारी किया नोटिस
इस स्मारक स्थल पर नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी का बिजली लगा है। स्मारक की देखभाल करने वाली एजेंसी काफी दिनों से बिजली बिल नहीं जमा कर रही थी। नतीजा बिल बढ़कर 1 लाख 36 हजार 943 रुपए हो गया। अब बिजली विभाग ने शहीद खुदीराम बोस को नोटिस भेज कर उनसे यह कहा है की एक सप्ताह के अंदर आप बिजली बिल जमा करें अन्यथा आपकी बिजली काट दी जायेगी।
आमजनों में रोष
देश के लिए शहीद हुए खुदीराम बोस को बकाए विपत्र का भुगतान के लिए नोटिस की जानकारी मिलने पर शहर वासियों में रोष है । इनका कहना है की अगर विद्युत विभाग ने स्मारक स्थल का लाइन काटने का दु:साहस किया तो आम जनता का सड़क पर उतरना तय है।
जिला प्रशासन से मामले में हस्तक्षेप की मांग
ऐसे में जिला के कई प्रबुद्ध नागरिकों ने बताया है की कोई भी जल्दबाजी करने से पहले विद्युत विभाग और जिला प्रशासन को आपसी सामंजस्य बिठाकर यह निर्धारित कर लेना चाहिए कि शहीद स्मारक के बकाया विपत्र का भुगतान कौन और कैसे करेंगे?
अन्यथा बिजली विभाग द्वारा उठाया गया कोई भी कदम देश के उन शहीदों का अपमान होगा जिसने स्वतंत्रता के संग्राम में अपनी प्राणों की आहुति देकर न सिर्फ देश का मान बढ़ाया बल्कि हमें गौरवान्वित होने का भी अवसर प्रदान किया है।