अमिताभ ओझा/पटना
वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पास होने के बाद जेडीयू के कई मुस्लिम नेता नाराज होकर इस्तीफा दे रहे हैं। डॉ. कासिम अंसारी ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जेडीयू द्वारा सरकार का समर्थन किए जाने से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी। इसके बाद अब जमुई अल्पसंख्यक प्रदेश सचिव मो. शहनवाज मलिक ने भी इस्तीफा दे दिया है।
मोहम्मद शहनवाज ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुसलमानों का दिल तोड़ा है, इसलिए वह और अन्य मुस्लिम नेता जेडीयू को अलविदा कह रहे हैं। अपने इस्तीफे में मोहम्मद शहनवाज ने लिखा है कि हम जैसे लाखों करोड़ों भारतीय मुसलमानों का अटूट विश्वास था कि आप विशुद्ध रूप से सेक्युलर विचारधारा के ध्वजवाहक हैं लेकिन अब यह यकीन टुट गया है। वक्फ बिल संसोधन अधिनियम 2024 पर जदयू के स्टैण्ड से हम जैसे लाखों करोड़ों समर्पित भारतीय मुसलमानों एवं कार्यकर्ताओं को गहरा अघात लगा है।
ललन सिंह के तेवर से काफी मर्माहत हैं- मोहम्मद शाहनवाज
उन्होंने आगे लिखा कि हम लोग लोकसभा में ललन सिंह ने जिस तेवर और अंदाज से भाषण दिया और इस बिल का समर्थन किया, उससे हम काफी मर्माहत हैं। वक्फ बिल हम भारतीय मुसलमानों के विरूद्ध है। हम किसी भी सुरत में इसे स्वीकार नही कर सकते। यह बिल संविधान की कई मौलिक अधिकारों का हनन करता है। इस बिल के माध्यम से भारतीय मुसलमानों को जलील व रूसवा किया जा रहा है। साथ ही साथ यह बिल पसमांदा विरोधी भी है। जिसका एहसास न आपको है और न आपकी पार्टी को। मुझे अफसोस हो रहा है कि अपनी जिंदगी के कई वर्ष पार्टी को दिया।
कासिम अंसारी ने नीतीश कुमार ने लिखा पत्र
जेडीयू के वरिष्ठ नेता कासिम अंसारी ने इस्तीफा देते हुए पत्र में लिखा है कि लाखों करोड़ों भारतीय मुसलमानों का अटूट विश्वास था कि आप विशुद्ध रूप से सेकुलर विचारधारा के ध्वजवाहक हैं, लेकिन अब यह यकीन टूट गया है। वक्फ बिल संशोधन अधिनियम 2024 को लेकर जदयू के स्टैंड से भारतीय मुसलमानों और कार्यकर्ताओं को गहरा अघात लगा है।