Big Blow BJP and JDU before Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव के टिकट न मिलने पर जदयू विधायक गोपाल मंडल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि मेरा टिकट काट लिया गया है, इसीलिए अब मेरा जनता दल यू से कोई संबंध नहीं है. मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा और मैं चुनाव जीतूंगा भी.अपने नेता नीतीश कुमार को ही मानूंगा और जब चुनाव जीत कर आऊंगा तो नीतीश कुमार को ही समर्थन करूंगा लेकिन अब मेरा जदयू से कोई संबंध नहीं है. मेरा टिकट काट दिया गया. कुछ बड़े लोगों को जो पार्टी में है उन्हें हम अच्छा नहीं लगते थे क्योंकि जो सही बात है मैं मुंह पर बोल देता था लोगों को यह बात बहुत खराब लगा इसीलिए मेरा टिकट काटा गया.
भाजपा के ये वरिष्ठ नेता भी निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव
भागलपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार के घोषणा होने के बाद बगावती तेवर देखने को मिले. भाजपा ने भागलपुर विधानसभा से दोबारा रोहित पांडे को चुनावी मैदान मे उतारा तो पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर NR तक कटवा लिया.
भाजपा नेत्री प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट प्रीति शेखर ने भी भागलपुर विधानसभा से टिकट न मिलने के कारण बगावती तेवर अपनाने हुऐ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी और अपने समर्थकों के साथ जाकर NR तक कटवा लिया.
एक और भाजपा नेता प्रशांत विक्रम ने भी भागलपुर विधानसभा से टिकट नहीं मिलने से नाखुश होकर बगावती तेवर अपनाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.
भाजपा ने पहले भी भुगता है बगावत का खामियाजा
भागलपुर विधानसभा सीट पर बगावत का खामियाजा भाजपा ने पहले भी भुगता है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे लगातार पांच बार भागलपुर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. 2014 में अश्विनी चौबे को बक्सर से लोकसभा चुनाव में उतारा गया. इससे खाली हुई भागलपुर की सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पडा था. उसके बाद लगातार बीजेपी को 2 विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. महागठबंधन के खाते मे भागलपुर सीट चली गई. कांग्रेस प्रत्याशी अजीत शर्मा लगातार तीन बार से भागलपुर विधानसभा से जीत दर्ज करके विधायक बने हुए हैं. इस बार भी एनडीए गठबंधन के वोट यहां बंटेंगे और महागठबंधन के प्रत्याशी की जीत इस बार भी यहां आसान लग रही है.










