बिहार: बिहार में इन दिनों सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने सीएम आवास पहुंच गए। दोनों के बीच लगभग 30 मिनट तक मुलाकात हुई। फिलहाल ये तो नहीं पता चला है कि दोनों के बीच क्या बातें हुई। हालांकि, कहा जा रहा है कि दोनों के बीच आगामी लोकसभा में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत हुई है।
नीतीश कुमार की पलटी मारने की खबरें तेज
जी 20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीतीश कुमार की मुलाकात ने बिहार में सियासी हलचल तेज कर दी थी। मीडिया में ऐसी खबरें चलने लगी कि क्या एक बार फिर नीतीश कुमार पलटी मारने वाले हैं? इन खबरों को और तूल तब मिली जब बिहार पहुंचे अमित शाह ने नीतीश कुमार और राजद की तुलना तेल-पानी से कर दी। उन्होंने कहा था कि तेल और पानी एक साथ नहीं रह सकते।
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इधर मीडिया में ये भी खबरें चल रही है कि नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन (I.N.D.I.A) से नाराज हैं। यही कारण है कि लालू यादव खुद नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे। जबकि, इससे पहले नीतीश ही लालू से मिलने उनके आवास जाया करते थे। कहा जा रहा कि नीतीश कुमार I.N.D.I.A गठबंधन में संयोजक नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। हालांकि, खबर है कि इस आधे घंटे की मुलाकात में नीतीश और लालू के बीच लोकसभा सीट शएरिंग को लेकर फंसे पेंच को लेकर बातचीत हुई है।
मनोज झा का बयान ने भी मचाया बवाल
हाल ही में आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान ‘ठाकुर’ वाला बयान दिया था, जिससे बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। जदयू के भी कई नेता मनोज झा के बयान का विरोध कर रहे हैं। एक सभा में जदयू नेता संजय सिंह ने ठाकुर वाले बयान विरोध करते हुए मनोज झा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि ठाकुर एक आग है आग को भड़काने का काम न करें मनोज झा। इसके अलावा राजद के ही विधायक चेतन आनंद ने भी मनोज झा के बयान का विरोध किया है।