Sheohar Bihar Election 2024: बिहार का चुनावी मुकाबला पहले से ही दिलचस्प है। एक तरफ बीजेपी और जेडीयू ने मिलकर जीत की हुकांर भरी है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने वाली आरजेडी ने राज्य से बीजेपी का सफाया करने की प्लानिंग कर ली है। इंडिया गठबंधन बनाम एनडीए की इस लड़ाई में एक नया ट्विस्ट आया है। बिहार की एक सीट पर मां और बेटे आमने-सामने चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
मां-बेटे में होगी टक्कर
दरअसल बिहार की शिवहर सीट पर मुकाबला बेहद पेचीदा हो गया है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने लवली आनंद को उम्मीदवार बनाया है और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने ऋतु जयसवाल को अपना प्रत्याशी चुना है। दोनों उम्मीदवार आमने-सामने थे मगर इसी बीच लवली आनंद के बेटे अंशुमन आनंद ने शिवहर से निर्दलीय नामांकन कर दिया है।
शहर की हलचल से दूर यहां मन को आराम है,
घर तो अपना गांव में ही है, शहर में तो बस मकान है #SheoharLokSabha #AbkiBar400Par #Election2024 #Sheohar #AnandMohan #Bihar pic.twitter.com/yoJM5e1WSu---विज्ञापन---— Lovely Anand (@LovelyAnand_) May 7, 2024
आखिरी दिन किया नामांकन
बता दें कि लवली आनंद बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी हैं और अंशुमान आनंद उनके छोटे बेटे हैं। दोनों शिवहर से ही चुनावी मैदान में हैं। शिवहर में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 6 अप्रैल थी। ऐसे में अंशुमन आनंद ने आखिरी दिन ही नामांकन दाखिल किया, जिसके बाद से शिवहर का चुनावी समर भी मजेदार हो गया है।
कौन हैं अंशुमन आनंद
अंशुमन आनंद बाहुबली आनंद मोहन और लवली आनंद के छोटे बेटे हैं। वो राजनीति में काफी सक्रिय रहते हैं। अंशुमन को अक्सर अपने माता-पिता के साथ देखा जाता है। ऐसे में सभी के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर ऐसी क्या नौबत आई कि शिवहर लोकसभा क्षेत्र से मां और बेटे को साथ में उतरना पड़ा?
सिर्फ वादे नहीं निभा कर दिखाएंगे,
सबका साथ सबका विकास करके दिखाएंगे #SheoharLokSabha #AbkiBar400Par #Election2024 #Sheohar #AnandMohan #Bihar pic.twitter.com/r0yyJSwsad— Lovely Anand (@LovelyAnand_) May 7, 2024
नामांकन वापस लेंगे अंशुमन?
बता दें कि शिवहर सीट पर छठवें चरण में 25 मई को चुनाव होंगे। ऐसे में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि निकल चुकी है। मगर 9 मई को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या अंशुमन आनंद सचमुच मां के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं या फिर गुरुवार को नामांकन वापस ले लेते हैं। 9 मई के बाद यह पता चल पाएगा कि वाकई में अंशुमन आनंद चुनावी मैदान में रहेंगे या केवल नामांकन कर अपना माहौल बनाना चाहते हैं?