Chirag Paswan Exclusive Interview: लोकसभा चुनाव 2024 में आज शाम चौथे चरण के प्रचार का शोरगुल थम गया है। 13 मई को चौथे चरण में देशभर में 10 राज्यों की 96 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इस बीच बिहार में भी चौथे चरण में दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय और मुंगेर में वोटिंग होनी है। चौथे चरण के प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव से लेकर पीएम मोदी तक महागठबंधन और एनडीए के नेताओं ने जमकर पसीना बहाया। बिहार में चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(आर) पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। चिराग पासवान पांच सीटों के अलावा एनडीए उम्मीदवारों के लिए प्रचार में जुटे हैं। इस बीच न्यूज 24 की एडिटर इन चीफ अनुराधा प्रसाद ने स्पेशल कार्यक्रम आमने-सामने में चिराग पासवान से बातचीत की। आइये जानते हैं उन्होंने इस इंटरव्यू में क्या कहा?
सवाल- टीका लगाकर और कलावा बांधकर आप हेलीकाॅप्टर पर घूम रहे हैं इस पर एक कहावत याद आ रही है आजकल पांव जमीं पर पड़ते नहीं हैं?
जवाब- हेलीकाॅप्टर पर घूमना ही पड़ेगा क्योंकि मेरा चुनाव चिन्ह भी हेलीकाॅप्टर है। बात करें कलावे की तो मैं भगवान शिव का बड़ा भक्त हूं। कितना भी व्यस्त रहूं रोजाना पूजा-पाठ करता हूं। पिछले कुछ सालों में जीवन में इतना कुछ घटा है कि अब अध्यात्म ही एक सहारा है और इसलिए खुशी-गम सब जीवन में एक से हो गए हैं।
सवाल- अब हेलीकाॅप्टर पर चढ़ गए हैं तो ये बताइये कि हेलीकाॅप्टर कहां लैंड करेगा? सब कह रहे हैं 400 पार लेकिन ऐसा दिखता नहीं है।
जवाब- फिलहाल तो बिहार में प्रचार कर रहा हूं। एनडीए बिहार में 40 की 40 सीटें जीतने जा रहा हैं। क्योंकि मैं डेटा पर काम करता हूं। मेरा रिसर्च कहता है इस बार हम 40 सीटें जीतने जा रहे हैं। पिछली बार हम 3 दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था इस बार दलों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है। ऐसे में जीत हमारी ही होनी है।
सवाल- आपसे बंगला छीन लिया, पिताजी की मूर्ति तोड़ी, आपकी सिक्योरिटी छीन ली गई बहुत कुछ हुआ पिछले 3 सालों में इसके बावजूद आप एनडीए के साथ क्यों गए?
जवाब- मेरी लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है। अगर आप राजनीतिक क्षेत्र में है तो आप एक बंगले के लिए नहीं लड़ सकते। मैं बिहार की जनता के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं। ऐसे में यह एक छोटी सी घटना थी। हां जिस तरह से बंगला छीना गया उसकी शिकायत मुझे आज भी है। जिस तरह से घर खाली कराया गया है उसका मुझे दुख है। उस घर में मैंने 34 साल गुजारे थे। उस घर की यादें मेरे साथ जुड़ी हुई थी। मेरे पास 12 जनपथ बंगले की फोटो तक नहीं थी।
सवाल- झुका कौन बीजेपी या चिराग पासवान?
जवाब- चिराग पासवान ने अपने आप को इतना काबिल बनाया कि चिराग पासवान को साथ रखने की अहमियत महसूस होने लगी। मुझे पूरी तरह से नकार दिया गया था। इसके बावजूद में काम करता रहा। मेरे पीएम को हमेशा इस बात का विश्वास है कि मैं उनसे दूर कभी गया ही नहीं था। मेरे मन में व्यक्तिगत तौर पर पीएम मोदी के लिए बहुत ज्यादा समर्पण है। मुझे कोई राजनीतिक लाभ नहीं चाहिए। मेरा पीएम के साथ रिश्ता बहुत अलग है। मेरे मुश्किल दौर में पीएम हमेशा मेरे साथ रहे।
सवाल- केंद्र में आपके चाचा जब मंत्री बन गए तब उस समय की खीझ को आपने कैसे निकाला?
जवाब- मैं अपने मन में किसी के लिए खीझ नहीं रखता। मेरे लक्ष्य कुछ और है। ये सब चीजें मुझे बहुत प्रभावित करती है।
सवाल- आपका दिल बहुत बड़ा है क्या आप अपने चाचा को कहेंगे कि आप आए और पार्टी के लिए प्रचार करें?
जवाब- मैं जरूर कहूंगा उन्हें कि वे आए मेरे साथ और प्रचार करें। यह सच है कि मैंने अपने पापा को कभी आज तक नहीं कहा वो आए और मेरे लिए प्रचार करें। वो भी मेरे पापा ही है। लोग कहते हैं कि चाचा भतीजे के बीच मनमुटाव है लेकिन मैं आपको कह रहा हूं कि मेरे मन में उनको लेकर कोई मनमुटाव नहीं है। पापा के बाद अब वो ही हैं मेरे लिए सब कुछ।
सवाल- मोदी जी गांरटी की बात कर रहे हैं, वहीं राहुल गांधी कह रहे हैं कि मेरी ये गारंटी है कि बीजेपी 180 अधिक सीटें नहीं लाएगी, आपको क्या लग रहा है किसकी गारंटी किस पर हावी?
जवाब- राहुल जी की गारंटी पर उनकी पार्टी के लोग ही विश्वास ही नहीं करते हैं। तो देश के लोग कहां से विश्वास रखेंगे। पीएम मोदी की गारंटी की बात करें तो उनकी गारंटी का ही परिणाम है आज देश के 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन मिल रहा है। इसके लिए मेरे पिता का भी योगदान इसमें रहा है। दिल्ली में बैठे पीएम दूर दराज की गांव में बैठी महिला को उज्जवला योजना का लाभ दे रहे हैं। उसके स्वास्थ्य की चिंता कर रहे हैं। उसके भोजन की चिंता कर रहे हैं।
सवाल- देश के 80 करोड़ लोगों को अगर राशन मिल रहा है तो क्या लगता देश में गरीबी का स्तर कितना रह गया है?
जवाब- गरीबी नीचे नहीं गई है ये वो सहूलियतें हैं जो किसी भी गरीब परिवार के लिए जरूरी होती है। पीएम मोदी की कल्याणकारी योजनाओं के जरिए आज देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। जब तक शत प्रतिशत लोग गरीबी से बाहर नहीं निकलेंगे तब तक विकसित देश की कल्पना नहीं की जा सकती। देश की एक बड़ी आबादी टैक्स देती है। टैक्स का पैसा गरीब कल्याण योजनाओं में इस्तेमाल हो रहा है इससे बढ़िया परिस्थिति और कोई हो ही नहीं सकती।
सवाल- आप बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट को कहां देख रहे हैं केंद्र की ओर से स्पेशल पैकेज बिहार को नहीं मिला तो आप इस स्लोगन को लेकर कितना आश्वस्त है?
जवाब- बिहार में 27 साल तक विरोधाभासी सरकारें रही हैं। कभी केंद्र में यूपीए की रही तो राज्य में एनडीए की रही। ऐसे में कभी बिहार के लिए सही से विकास नहीं हो पाया। यूपी और बिहार हमेशा एक ही प्लेटफाॅर्म पर रहे। लेकिन पिछले 10 साल में देखिए आप यूपी में कितना बदलाव आ गया है। ये सब डबल इंजन की वजह से हुआ है। बिहार में एक बार फिर डबल इंजन की सरकार बनी है ऐसे में यह विजन अब पूरा हो सकेगा।
सवाल- पिछले 10 में से 7 साल ऐसे रहे जब केंद्र और बिहार में एनडीए की सरकार रही लेकिन क्या कमी रह गई?
जवाब- 7 नहीं 4 साल तक बिहार में एनडीए की सरकार रही। बिहार में एनडीए की सरकार नीतीश कुमार के शासनकाल में अच्छा काम करेगी। बहुत कम समय मिला मोदीजी के शासनकाल में साथ रहने का, लेकिन अब एक बार वे फिर से एनडीए में आ गए हैं इसलिए कहा जा सकता है कि अब बिहार डबल इंजन की गति से आगे बढ़ेगा।