Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही राजनीतिक पार्टियों में सरगर्मियां बढ़ गई हैं। एनडीए गठबंधन हो या विपक्ष का महागठबंधन, दोनों में सीटों को लेकर तनातनी शुरू हो गई है। एनडीए में बीजेपी और जेडीयू के बीच आधी आधी सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनती दिखाई दे रही है लेकिन जीतन राम मांझी, चिराग पासवान समेत कई दलों में सीटों को लेकर खींचतान मची है। जीतन राम मांझी ने 15 सीटें मांगी हैं। कमाल की बात यह है कि उन्होंने यह मांग महाभारत के ऐलान के अंदाज में की है। जीतन राम मांझी ने रामधारी सिंह दिनकर की किताब रश्मिरथी की पक्तियों का इस्तेमाल करते हुए एनडीए से सीटें मांगी हैं।
बीजेपी 7 सीटों के लिए राजी
सूत्रों ने बताया कि जीतन राम मांझी की पार्टी हम सेकुलर को बीजेपी की तरफ से 7 सीटें देने का ऑफर है। ये वही सातों सीटें हैं जहां पिछली बार हम चुनाव लड़ी थी। इनमें सभी 4 जीती हुई सीटें हैं। जीती हुईं सीटें इमामगंज, बाराचट्टी, सिकंदरा, टेकारी हैं जबकि, कुटुंबा, मखदुमपुर और पूर्णिया की कसबा सीट पर पार्टी हार गई थी। इन सभी 7 सीटों के अलावा मांझी की पार्टी गया जिले की 2 और सीट शेरघाटी और अतरी मांग रही थी। अतरी से ही जीतन राम मांझी वोटर हैं। शेरघाटी और अतरी में से एक सीट मिल सकती है।
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चुनाव नहीं लड़ने की कही बात
15 सीटें मांगने के बाद हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी का बयान सामने आया है। मांझी ने कहा कि हम NDA में अपमानित हो रहे हैं। मेरी प्रार्थना है कि हमारी बात सुनी जाए और 15 सीट हमारी पार्टी को मिलनी चाहिए। मांझी ने कहा कि अगर महागठबंधन में हमें 15 से कम सीटें मिलती हैं तो हम प्रादेशिक पार्टी ही रह जाएंगें। कहा कि हमारे पास आखिरी विकल्प एनडीए से अलग चुनाव चुनाव लड़ने का है। जिससे हम 6 फीसदी वोट हासिल कर सके, जिससे राज्य राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता मिल सके।
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