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Video: बिहार विधानसभा में BJP ने शराब से मौतों के लेकर उठाया सवाल तो आपा खो बैठे नीतीश कुमार

Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में उस वक्त अपना आपा खो बैठे, जब विपक्षी पार्टी भाजपा ने उनसे छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के सबंध में सवाल पूछ लिया। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें नीतीश कुमार अपना आपा खोते नजर आ रहे […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Dec 14, 2022 14:12
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Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में उस वक्त अपना आपा खो बैठे, जब विपक्षी पार्टी भाजपा ने उनसे छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के सबंध में सवाल पूछ लिया। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें नीतीश कुमार अपना आपा खोते नजर आ रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराब बंदी पर सवाल उठाया था। विजय सिन्हा के सवाल उठाते ही नीतीश कुमार तू-तड़ाक पर उतर गए। भड़के मुख्यमंत्री ने BJP विधायकों को कहा कि तुमलोगों को अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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नीतीश बोले- शराबी हो तुम

विपक्ष के नेता की ओर से उठाए गए सवाल पर नीतीश कुमार ने सदन में अपना आपा खो दिया। नीतीश कुमार ने भाजपा विधायकों पर चिल्लाते हुए कहा, ‘शराबी हो गए हो तुम…(तुम नशे में हो)।’ नीतीश कुमार के इस बयान का विरोध करते हुए बिहार के विपक्षी सांसदों ने विधानसभा के बाहर भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

नीतीश कुमार के इस व्यवहार के बाद भाजपा ने सदन में जमकर हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही को करीब 20 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। बता दें कि बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। स्थानीय लोगों के मुताबिक, गंभीर रूप से बीमार लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी है। घटना जिले के छपरा थाना क्षेत्र की बताई जा रही है।

एक दिन पहले जदयू विधायक ने शराबबंदी को लेकर उठाए थे सवाल

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मंगलवार को विधायक डॉ संजीव कुमार ने बिहार में शराबबंदी को गलत तरीके से लागू करने के लिए अपनी ही सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

खगड़िया जिले के परबत्ता निर्वाचन क्षेत्र के विधायक कुमार ने कहा, “बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से विफल रही है और दलित और अति पिछड़ा वर्ग के लोग कानून के शिकार हो रहे हैं। हमें कानून की फिर से समीक्षा करने की जरूरत है।”

कुमार ने कहा, “बिहार में शराबबंदी कानून फुलप्रूफ है, लेकिन इसका क्रियान्वयन सवालों के घेरे में है। पुलिस और माफियाओं के अवैध गठजोड़ के कारण, शराब की खेप ट्रकों में बड़ी संख्या में आ रही है और राज्य में हर जगह उपलब्ध है।”

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Edited By

Om Pratap

First published on: Dec 14, 2022 01:08 PM

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