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बिहार चुनाव से पहले नीतीश सरकार का आखिरी विधानसभा सत्र आज से, हंगामे के आसार

Bihar elections 2025 updates: बिहार में विधानसभा के मानसूत्र सत्र पर दिल्ली से लेकर पटना तक सभी नेता टकटकी लगाकर बैठे हैं। सत्र के दौरान तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के सिटिंग अरेंजमेंट पर सभी की निगाहें रहेंगी। इसके अलावा विपक्ष कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकार की परेशानी बढ़ा सकता है। पढ़ें पटना से सौरव कुमार की रिपोर्ट...

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Rakesh Choudhary Updated: Jul 21, 2025 09:44
Bihar Assembly monsoon session 2025
बिहार विधानसभा का मानसूत्र सत्र (Pic Credit-ANI)

Bihar Assembly monsoon session 2025: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है, जो 25 जुलाई तक चलेगा। यह सत्र इसलिए अहम है क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार का यह आखिरी सत्र होगा। सत्र के पहले दिन वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। साथ ही, राज्यपाल द्वारा स्वीकृत अध्यादेश और विभिन्न संसदीय समितियों की रिपोर्टें सदन में रखी जाएंगी।

विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार:

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22-23 जुलाई: विभिन्न राजकीय विधेयक प्रस्तुत होंगे और सरकारी कार्य पूरे किए जाएंगे।

24 जुलाई: अनुपूरक बजट पर चर्चा और उसके बाद विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा।

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25 जुलाई (अंतिम दिन): गैर-सरकारी संकल्पों पर बहस होगी।

विपक्ष का आक्रामक रुख

इस बार का सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है। विपक्ष ने बढ़ते अपराध, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, और वोटर सूची पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। वहीं, सरकार भी विपक्ष के हर आरोप का तथ्यों के आधार पर जवाब देने की तैयारी में जुटी है।

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बिहार विधानसभा के मानसूत्र सत्र के दौरान विपक्ष कानून-व्यवस्था और वोटर लिस्ट रिव्यू और बेरोजगारी को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोल सकता है। इसके अलावा विधानसभा का सिटिंग अरेंजमेंट भी देखने वाला होगा क्योंकि पार्टी से निकाले जाने के बाद पहली बार तेज प्रताप यादव, तेजस्वी के साथ बैठे नजर आएंगे।

राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम

चूंकि यह सत्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हो रहा है, इसलिए राजनीतिक दृष्टिकोण से भी इसकी एहमियत काफी ज्यादा है। सत्ता पक्ष जहां अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को अंतिम रूप से जनता के सामने रखने की कोशिश करेगा, वहीं विपक्ष इसे सरकार की विफलताओं को उजागर करने के मौके के तौर पर देख रहा है।

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First published on: Jul 21, 2025 09:40 AM

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