Bihar Assembly Election Result: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर दो चरणों में हुए सफलतापूर्वक मतदान के बाद आज (14 नवंबर) नतीजों का ऐलान किया जाएगा. पहले और दूसरे चरण (6 नवंबर और 11 नवंबर) को हुए मतदान में बिहार की जनता ने रिकॉर्ड तोड़ मतदान किया. दोनों चरणों में एवरेज मतदान प्रतिशत 67.13% रहा, जो 1951 के बाद हुई सबसे अधिक वोटिंग रिकॉर्ड है. बिहार में इस बार ना सिर्फ पुरुषों ने बढ़ चढ़कर मताधिकार का उपयोग किया, बल्कि महिलाओं ने भी अपनी बड़ी भागीदारी दर्ज कराई. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बार के चुनाव में 62.98 फीसदी पुरुष वोटर्स और 71.78 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाला. मतदान के बाद बिहार के लोगों और उम्मीदवारों को चुनाव नतीजों का बेसब्री से इंतजार था, जो अब कुछ ही घंटे में खत्म होने वाला है.
कब शुरू होगी वोटों की गिनती?
चुनाव आयोग ने बिहार की 243 सीटों पर हुई वोटिंग की गिनती के लिए सभी तैयारियां पुख्ता कर ली है. मतगणना सुबह 8:00 बजे से शुरू होगा और कुछ ही मिनटों बाद रुझान भी आने शुरू हो जाएंगे. दूसरे चरण की वोटिंग के बाद सामने आए एग्जिट पोल्स नतीजों में बिहार में एक बार फिर एनडीए सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई है. हालांकि कुछ एग्जिट पोल ने कांटे की टक्कर की उम्मीद जताई है, जबकि कुछ ने महागठबंधन को भी बहुमत के करीब दिखाया. हालांकि अब नतीजों का दिन आ गया है और कुछ ही देर में पता चल जाएगा कि विधानसभा चुनाव 2025 का परिणाम किसके पक्ष में जाता है.
2616 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज
चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार शुक्रवार की सुबह सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू की जाएगी, इसके बाद सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर ईवीएम की काउंटिंग होगी. EC की तरफ से बताया गया कि उम्मीदवारों या मतगणना एजेंटों की उपस्थिति में डाक मतपत्रों की गिनती रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ)/असिस्टेंट आरओ द्वारा की जाएगी. इस बार के बिहार चुनाव में ये पहली बार हुआ है कि किसी भी सीट पर पुनर्मतदान नहीं हुआ. इस बार मैदान में कुल 2616 उम्मीदवार है, जिनकी किस्मत का फैसला आज मतगणना पूरी होने के बाद हो जाएगा.
बेहद सख्त निगरानी में होगी वोटों की गिनती
मतगणना की पूरी प्रक्रिया बेहद सख्त निगरानी में की जाएगी, जहां 243 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 243 रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) और इतने ही मतगणना पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे. प्रत्येक मतगणना केंद्र पर उम्मीदवार या उनके अधिकृत एजेंट भी उपस्थित रहेंगे ताकि पारदर्शिता बनी रहे. इस बार 4,372 मतगणना टेबल स्थापित की गई हैं, जिन पर एक मतगणना पर्यवेक्षक, एक सहायक और एक माइक्रो-ऑब्जर्वर तैनात रहेगा. इसके अलावा उम्मीदवारों की ओर से नियुक्त 18,000 से अधिक एजेंट मतगणना की हर प्रक्रिया पर नजर रखेंगे.
किस स्थिति में होती है वोटों की मैन्युअल गिनती?
ईवीएम की गिनती सीरियल वाइज होगी, जहां हर राउंड में कंट्रोल यूनिट को मतगणना टेबल पर लाकर एजेंटों के सामने सील और सीरियल नंबर की जांच की जाएगी. यह देखा जाएगा कि यूनिट की सील सुरक्षित है और उसका नंबर फॉर्म 17C के भाग-1 में दर्ज विवरण से मेल खाता है. प्रत्येक मतदान केंद्र के वोटों की संख्या को फॉर्म 17C में दर्ज आकड़ों से मिलाया जाएगा और अगर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अंतर पाया जाता है, तो उस मतदान केंद्र की वीवीपैट पर्चियों की मैन्युअल गिनती अनिवार्य रूप से की जाएगी.










