Bihar Arrah News: बिहार की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था पर अक्सर उंगलियां उठती रही हैं। एक बार फिर से बिहार के अस्पताल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। बच्चे को जन्म देने के बाद एक महिला की मौत हो गई। वहीं अस्पताल के स्टाफ ने मृत महिला को जिंदा बताकर दूसरे अस्पताल में भेज दिया। परिजनों के लाख कहने के बावजूद कि महिला मर चुकी है, अस्पताल प्रशासन ने उनकी एक ना सुनी और महिला को आनन-फानन में एंबुलेंस पर लाद दिया गया।
पति ने सुनाई आपबीती
ये मामला बिहार के आरा जिले का है। तापा बचरी गांव के निवासी रविंद्र कुमार सिंह की तीन साल पहले शादी हुई थी। रविंद्र की पत्नी इंदू देवी गर्भवती थी। रविवार की देर शाम इंदू के पेट में दर्द शुरू हुआ। परिजनों ने इंदू को आरा सदर अस्पताल में भर्ती कर दिया। इंदू के पति रविंद्र ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के बाद नर्स ने जोर देते हुए कहा कि जल्दी ऑपरेशन करवा लीजिए वरना डॉक्टर चली जाएंगी। ऑपरेशन के बाद इंदू ने एक बच्ची को जन्म दिया। परिजन नवजात बच्ची को लेकर डॉक्टर के पास गए। तभी पता चला कि इंदू की हालत नाजुक है और उसे पटना रेफर कर दिया गया है।
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पटना रेफर किया
रविंद्र का कहना है कि जब वो इंदू के पास पहुंचे तो देखा कि स्टाफ के लोग उसे स्ट्रेचर पर लिटाकर एंबुलेंस पर चढ़ा रहे हैं। पूछने पर पता चला कि मरीज की स्थिति ठीक नहीं है इसलिए उसे पटना भेजा जा रहा है। परिजनों को पता चल गया था कि इंदू अब इस दुनिया में नहीं रही। उन्होंने स्टाफ के लोगों से विनती की इंदू मर चुकी है। मगर अस्पताल प्रशासन जिद पर अड़ा रहा और एंबुलेंस को फौरन रवाना कर दिया।
धरने पर बैठे परिजन
पटना पहुंचने पर डॉक्टरों ने इंदू को मृत घोषित कर दिया। आरा सदर अस्पताल की लापरवाही से गुस्साया परिवार फिर से यहीं आ धमका और शव को लेकर धरने पर बैठ गया। परिजनों ने शव को न्यू इमरजेंसी वार्ड के बाहर रखकर 6 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर घर वापस भेजा।
अस्पताल ने दिया आश्वासन
आरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक अरूण कुमार का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान एक महिला की स्थिति काफी गंभीर हो गई थी। उसे पटना रेफर किया गया था। बदा में उसकी मौत हो गई। सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। हमनें डॉक्टरों की टीम गठित करके मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही परिजनों का आरोप साबित होगा। इस मामले में जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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