राजस्थान के दिलकुश ओझा ने सालासर बालाजी में कुछ ऐसा किया, जो चर्चा का विषय बन गया। नितिन पुजारी की उपस्थिति में दिलकुश ओझा खुद ही एक एग्रीमेंट लेकर पहुंचे और अपनी आय का 5% हिस्सा दान करने का शपथ पत्र सौंपा। ओझा की इस पहल ने उनके गहरे धार्मिक विश्वास और समर्पण को साफ दर्शाया।
राजस्थान के दिलकुश ओझा ने 50 रुपए के एक गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर पर एक शपथ पत्र तैयार करवाने के बाद उन्होंने ये शपथ ली की है कि जो भी आर्थिक लाभ होगा चाहे किसी भी माध्यम से – चाहे कोई भी आय का स्रोत हो। उसका 5% हिस्सा वो सालासर बालाजी को समर्पित करेंगे।
इतना ही नहीं वो हर महीने अपनी आय का 2% हिस्सा भी बालाजी मंदिर या फिर सरकारी सेवाओं को दान करेंगे। इसके साथ किसी भी प्रकार के आर्थिक लाभ का 5% हिस्सा वो खुद सालासर बालाजी को दान करने का संकल्प लेकर आए थे।
20 सितंबर, 2024 को इस शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर इसे पूरी विधि से सौंपा गया। सालासर बालाजी में इस प्रकार का समर्पण और विश्वास दर्शाते हुए ओझा ने जो मिसाल कायम की है वह सराहनीय है।