नई दिल्ली: टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन की तगड़ी फैन फॉलोइंग है। कई बार जब उन्हें सलेक्शन से बाहर कर दिया गया, तो सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगे। आयरलैंड और जिम्बाब्वे दौरे के दौरान प्रशंसक उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की मांग कर रहे थे। हालांकि विकेटकीपर बल्लेबाज चोट के कारण टी20 विश्व कप से चूक गए थे, लेकिन सोशल मीडिया पर कई फैन ऐसे थे जिन्होंने जोर देकर कहा कि वह टूर्नामेंट में भारत के लिए एक बड़े खिलाड़ी होते। हालांकि अब भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने संजू सैमसन की बल्लेबाजी पर बड़ा बयान दिया है।
जैसे वह भारतीय क्रिकेट के लिए भगवान की देन हैं
चोपड़ा ने YouTuber रणवीर अल्लाहबादिया से ‘TRS क्लिप्स’ पर कहा- संजू सैमसन के दौर में ऐसा लगा जैसे वह भारतीय क्रिकेट के लिए भगवान की देन हैं। लोगों ने कहा ‘उसे खिलाओ और सब कुछ ठीक हो जाएगा। हम वर्ल्ड कप फाइनल भी जीत लेते’। हो सकता है कि उन्हें इस बात का एहसास नहीं हो कि गेंदबाजों का दिन खराब था, लेकिन असल में उनकी बल्लेबाजी से कोई फर्क नहीं पड़ता। माहौल ऐसा था कि अगर सैमसन खेले होते, तो हम सबकुछ कर सकते थे।
मौके का फायदा नहीं उठा पाए संजू सैमसन
हालांकि चोपड़ा ने मैदान पर सैमसन की क्षमता की सराहना की, लेकिन यह कहा कि केरल का ये खिलाड़ी उन्हें दिए गए मौके का फायदा नहीं उठा पा रहा था। चोपड़ा ने कहा कि ऐसी स्थिति में जहां ऋषभ पंत और ईशान किशन अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, सैमसन से ज्यादा उम्मीद नहीं थी। उन्होंने आगे कहा- भारतीय क्रिकेट दिलचस्प है। इसे पसंद करें या नफरत करें, लेकिन तथ्य यह है कि माहौल धारणा बनाता है। और यह कभी-कभी सच्चाई से भी ज्यादा मजबूत हो जाता है।
संजू की एक कल्ट फॉलोइंग है
उन्होंने आगे कहा- संजू की एक कल्ट फॉलोइंग है। हम एक डिजिटल दुनिया में रहते हैं। वह कहां से आता है, यह बहुत स्पष्ट है कि उस स्थान और क्षेत्र की डिजिटल उपस्थिति काफी है। जब वह अच्छा खेलता है तो बल्लेबाजी को आसान बनाता है। वह आंखों को भाता है, अपनी टीम को रणजी फाइनल, आईपीएल फाइनल तक ले गया। उन्हें भारत के लिए कुछ मौके मिले, लेकिन इसका फायदा नहीं उठा सके। यह एक ऐसी सच्चाई है जिसे फैंस समझ नहीं पाते। आकाश ने ये तक कहा कि संजू को एहसास है कि मौजूदा व्यवस्था में उन्हें सीमित अवसर मिलने वाले हैं।
एकादश में उनके लिए कोई जगह नहीं है
आकाश ने कहा- “एकादश में उनके लिए कोई जगह नहीं है। ईशान किशन ने दोहरा शतक बनाया और फिर भी हमने उन्हें अगले कुछ मैच नहीं दिए। फिर उन्हें नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया। ऐसा इसलिए क्योंकि केएल राहुल उपलब्ध नहीं थे। अगर वह उपलब्ध होते, तब ईशान बाहर बैठे रहते। यह गुणवत्ता का स्तर है। जब अवसर आता है, तो इसे पकड़ लें। यदि आप इसे किसी भी कारण से दूर कर देते हैं तो फिर आप पछताते हैं।”