नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज जैस्मिन लैंबोरिया ने शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला पदक हासिल किया। जैस्मीन ने ब्रॉन्ज पर कब्जा जमाया। बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों 2022 (CWG 2022) में वह महिलाओं के लाइटवेट (60 किग्रा) सेमीफाइनल में इंग्लैंड की जेम्मा पेज रिचर्डसन से हार गईं। 20 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण किया था। अच्छे प्रयास के बावजूद विभाजित निर्णय के फैसले से भारतीय बॉक्सर को 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
जैस्मीन ने 2018 की कांस्य पदक विजेता को हराया
सेमीफाइनल में क्वालिफाई करने के लिए जैस्मीन ने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड की ट्रॉय गार्टन को हराया। अपने CWG डेब्यू के दौरान जैस्मीन ने 2018 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता सिमरनजीत कौर को हराया, इसके बाद 2022 के विश्व कांस्य पदक विजेता परवीन हुड्डा पर अंतिम मुकाबला जीतकर अपनी बर्मिंघम बर्थ को सुरक्षित किया। विश्व चैंपियनशिप में जैस्मीन ने कौर को ट्रायल में हराया था।
विश्वविद्यालय खेलों में दो स्वर्ण पदक
युवा मुक्केबाज ने अखिल भारतीय विश्वविद्यालय खेलों में दो स्वर्ण पदक और खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी एक स्वर्ण पदक जीता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने डबलिन में यूथ एस्कर ऑल फीमेल बॉक्स कप 2019 भी जीता, इसके बाद मंगोलिया में एशियाई युवा कांस्य पदक जीता। वहीं निकहत जरीन और अमित पंघाल अपने-अपने वर्ग के फाइनल में पहुंच गए। निकहत ने महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में इंग्लैंड की स्टबले अल्फिया सवाना को 5-0 से हराया। पंघाल ने ज़ाम्बिया के पैट्रिक चिन्यम्बा को 5-0 से सर्वसम्मत निर्णय से हराया।