Sunil Gavaskar Scolded The Foreign Team: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज एक-एक से बराबर रही। 2 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में दोनों ही टीमों ने एक-एक मैच अपने नाम कर लिया। ऐसे में इस सीरीज का परिणाम नहीं निकल पाया है। भारत की ये जीत अपने आप में एक ऐतिहासिक जीत है। इस ऐतिहासिक जीत के साक्ष्य बने भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और इरफान पठान ने विदेशी टीम को खूब लताड़ लगाई है। सुनील गावस्कर ने यहां तक बोल दिया कि विदेशी टीम को बीसीसीआई से सिर्फ अपने फायदे निकालने होता है।
‘हमें माहौल में ढलने नहीं दिया जाता’- गावस्कर
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दौरान सुनील गावस्कर और इरफान पठान कमेंट्री कर रहे थे। इस दौरान दोनों चर्चा कर रहे थे कि अगर अभी भारत के पास खेलने के लिए एक मैच और होता, तो यह सीरीज भारत के नाम होता। पहले मुकाबले में मिली हार के बाद भारत ने दूसरे मैच में जबरदस्त वापसी की है। ऐसे में अगर यह टेस्ट सीरीज 3 मैचों का होता, तो यह भारत के नाम हो सकता था, जो कि ड्रॉ पर खत्म हो रहा है। इस दौरान सुनील गावस्कर ने कहा कि भारत को किसी भी देश के साथ सिर्फ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज नहीं खेलनी चाहिए। हम जहां भी खेलने जाते हैं, हमें वहां के माहौल में ढलने का मौका नहीं दिया जा रहा है।
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A well-fought Test Series between the two teams comes to an end 👏👏#TeamIndia | #SAvIND pic.twitter.com/pTsYsYoKGt
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‘बीसीसीआई से फायदा चाहती है सभी विदेशी टीम’
गावस्कर ने कहा कि भारतीय टीम को पहला मैच पिच को समझने में ही गंवाना पड़ गया। इसके बाद दूसरे मुकाबले में टीम ने वापसी की लेकिन सीरीज दो मैचों का ही था। यह भी एक कारण है कि भारत क्यों अभी तक साउथ अफ्रीका में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है, क्योंकि टीम इंडिया को प्रैक्टिस मैच या फिर अधिक मैचों की सीरीज नहीं दी जाती है। विदेशी टीम चाहती है कि भारत उसके देश खेलने आए, क्योंकि उन्हें इससे काफी फायदा मिलता है। सभी टीम बीसीसीआई से सिर्फ अपना फायदा निकालने में लगी है।
‘भारत को इस शर्त पर खेलनी चाहिए टेस्ट सीरीज’
गावस्कर ने कहा कि अब से भारत को किसी भी देश के साथ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज नहीं खेलना चाहिए। बीसीसीआई को किसी भी क्रिकेट बोर्ड के सामने ये शर्त रखनी चाहिए कि हमें सीरीज के लिए 2 से अधिक मैच दिए जाए, या तो अपने क्वालिटी खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस मैच दिए जाए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ न तो प्रैक्टिस मैच दिया गया और ना ही 2 से अधिक मैचों की सीरीज हुई, यह सरासर गलत है।