IND vs WI: भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया ने 200 रनों के विशाल अंतर से जीत दर्ज की। ब्रायन लारा स्टेडियम में आयोजित मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाजी काफी शानदार रही। मैच में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद उन्होंने एक भारतीय क्रिकेटर होने के नाते जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है इसका जिक्र किया।
अपने देश के लिए रन बनाना काफी बेहतरीन- सैमसन
पहली पारी के बाद में संजू सैमसन ने होस्ट ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए कहा, “मैदान पर कुछ समय बिताना, कुछ रन बनाना और अपने देश के लिए योगदान देना वाकई बहुत अच्छा लगता है। मेरे पास अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग योजनाएं थीं। मैं अपने फुटवर्क का इस्तेमाल करना चाहता था और गेंदबाजों की लेंथ पर हावी होना चाहता था।”
भारतीय क्रिकेटर होना चुनौतीपूर्ण – सैमसन
सैमसन ने आगे टीम इंडिया का खिलाड़ी होने के नाते किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है इसका जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “एक भारतीय क्रिकेटर होना एक चुनौतीपूर्ण बात है (विभिन्न बल्लेबाजी स्थितियों में खेलने के लिए समायोजन के बारे में बोलते हुए)। मैंने पिछले 8-9 वर्षों से घरेलू क्रिकेट खेला है और भारत के लिए विदेश में और घरेलू सरजमीं पर खेला है, इसलिए इससे आपको अलग-अलग पोजिशन्स पर खेलने की थोड़ी समझ मिलती है। यह आपको मिलने वाले ओवरों की संख्या है बारे में है, न कि बल्लेबाजी की पोजिशन के बारे में। इसलिए आपको उसी के अनुसार तैयारी करनी होगी।”
सैमसन ने गिल के साथ की शानदार साझेदारी
बता दें कि मैच में ऋतुराज गायकवाड़ के विकेट के बाद बल्लेबाजी करने उतरे संजू सैमसन ने पारी को संभाला और धीरे-धीरे आगे ले गए। उन्होंने मैच में 41 गेंदों पर 51 रन बनाए और इसमें 2 चौके और 4 छक्के भी जड़े। सैमसन का ये वनडे में तीसरा अर्धशतक है।
संजू सैमसन का वनडे करियर
सैमसन ने 2021 में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अब तक 13 वनडे खेले हैं, जिसकी 12 पारियों में 55.71 की औसत के साथ 390 रन बनाए हैं। इस बीच उनका स्ट्राइक रेट 104.00 का रहा है।वह अब तक के सीमित वनडे करियर में 3 अर्धशतक भी लगा चुके हैं। उनका इस प्रारूप में सर्वोच्च स्कोर नाबाद 86 रन रहा है, जो उन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था।