Cricket News: एक वक्त तक क्रिकेट में सबसे मजबूत मानी जाने वाली वेस्टइंडीज की टीम अब बेहद कमजोर हो चुकी है। इस बात का अंदाजा इसी से लगता है कि टी20 विश्वकप 2022 के बाद वह वनडे विश्वकप 2023 के लिए क्वालीफाई तक नहीं कर पाई। इस बीच अब टीम के स्टार आलराउंडर आंद्रे रसेल का दिल पसीजा है। उन्होंने इच्छा जाहिर की है वह दोबारा वेस्टइंडीज के लिए खेलना चाहते हैं। रसेल का पूरा फोकस 2024 में होने वाले टी20 विश्वकप पर है।
रसल ने नेशनल टीम से खेलने को लेकर जमैका ऑब्जर्वर से बातचीत की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि ‘मैं वेस्टइंडीज टीम के लिए उपलब्ध हूं। मैं अगला वर्ल्ड कप (टी20 वर्ल्ड कप 2024) खेलना चाहता हूं, इसलिए अगर वो मुझे टीम का हिस्सा बनाते हैं तो मेरे लिए यह खास होगा। मैं खुद को उपलब्ध रखने के लिए कुछ सीरीज खेलने को तैयार हूं। मैं जानता हूं कि चीजे कैसे काम करती हैं।’ आंद्रे रसल ने लगभग डेढ़ साल बाद फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई है।
Andre Russell confirms that he is willing to give up franchise engagements to be available for T20 World Cup 2024. [Jamaica Observer] pic.twitter.com/J6sIaNLBv7
— Johns. (@CricCrazyJohns) July 18, 2023
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डैरेने सैमी से की बातचीत
3 अगस्त से टीम इंडिया के साथ होने वाली 5 मैचों की टी20 सीरीज के जरिए आंद्रे रसेल मैदान पर वापसी करना चाहते हैं, लेकिन इस पर आखिरी फैसला वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड लेगा। अब तक आंद्रे रसल की इस मुद्दे पर किसी बोर्ड मेंबर से भी बातचीत नहीं हुई है। हालांकि रसल ने यह खुलासा कर दिया है कि उन्होंने हेड कोच डैरेन सैमी से इस संबंध में बात की है। आंद्रे रसेल के पास पावर हिंटिग है। जब वह फॉर्म में होते हैं तो अच्छे-अच्छे गेंदबाज उन्हें गेंदबाजी करने से डरते हैं। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी इस खिलाड़ी को लेकर कह चुके हैं जब रसेल फॉर्म में होते हैं तो उन्हें रोकना आसान नहीं होता। क्योंकि वह गेंद को सीधा मैदान के बाहर भेजते हैं।
रसेल ने 2021 में वेस्टइंडीज के लिए खेला था आखिरी मैच
आंद्रे रसल ने वेस्टइंडीज के लिए अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अबू धाबी टी20 वर्ल्ड कप के दौरान खेला था। इसके बाद से ही रसल इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेले हैं। बताया जाता है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों को अच्छी रकम देने में नाकाम रहा है, इसी वजह से कई दिग्गज प्लेयर इंटरनेशनल क्रिकेट से ज्यादा फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं।