Rajinder Goel Record: भारत में जबसे क्रिकेट की शुरुआत हुई है तबसे एक से बढ़कर एक शानदार क्रिकेटर हुए हैं। कुछ ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके टीम इंडिया में जगह बनाई और फिर इंटरनेशनल लेवल पर कई शानदार रिकॉर्ड बनाए। इसके अलावा कई खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन करने के बावजूद घरेलू क्रिकेट तक ही रह गए और उनको टीम इंडिया के लिए कभी खेलना का मौका ही नहीं मिला। जिनमें से आज हम आपको एक ऐसे ही दिग्गज खिलाड़ी के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसको आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है। लेकिन इस दिग्गज खिलाड़ी को इंटरनेशनल लेवल पर भारतीय टीम के लिए कभी खेलने का मौका नहीं मिला था।
राजिंदर गोयल को नहीं मिला टीम इंडिया में मौका
साल 1958 से 1985 तक राजिंदर गोयल का नाम भारत में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में गूंजता था। अपने क्रिकेट करियर में राजिंदर गोयल ने 157 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे। जिसमें गेंदबाजी करते हुए राजिंदर ने 750 विकेट हासिल किए थे। इस दौरान उनका बेस्ट प्रदर्शन 55 रन देकर 8 विकेट लेना रहा था। इसके अलावा बल्लेबाजी करते हुए इस दिग्गज ने बिना कोई शतक या अर्धशतक लगाए 1037 रन बनाए थे।
इसके अलावा राजिंदर ने 8 लिस्ट ए मैच भी खेले थे। जिसमें गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 14 विकेट चटकाए थे। बावजूद इसके उनको कभी टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका नहीं मिला था। इसमें से 637 विकेट राजिंदर ने रणजी ट्रॉफी में लिए थे, इतने विकेट आज तक कोई नहीं ले पाया है।
Birth of a legend.#OnThisDay in 1942, Rajinder Goel, was born. He took the most wickets (637) in Ranji Trophy but never got a chance to play for India.
---विज्ञापन---Goel: “I think I was born at the wrong time. With Bedi in the team it was difficult to play for India, but he was a great… pic.twitter.com/UxqNU4tmXY
— Cricketopia (@CricketopiaCom) September 20, 2024
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बिशन सिंह बेदी भी कर चुके थे तारीफ
टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी भी राजिंदर गोयल की गेंदबाजी के कायल थे। रिपोर्ट के मुताबिक एक बार उन्होंने कहा था कि राजिंदर गोयल उनसे भी शानदार गेंदबाज है लेकिन दुख की बात है उनको टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं मिला।
राजिंदर गोयल ने अपना पहला रणजी ट्रॉफी मैच साल 1958 में खेला था। इसके बाद उन्होंने हरियाणा और दिल्ली के लिए रणजी मैच खेले थे। कई बार ऐसा हुआ कि उनको पूरा यकीन था कि अब वे टीम इंडिया में जगह बनाने वाले हैं लेकिन प्लेइंग इलेवन सामने आने के बाद उनका दिल टूट जाता था।
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