---विज्ञापन---

Vinesh Phogat के पिता का महावीर फोगाट से क्या रिश्ता? गीता-बबीता के अलावा कितनी बहनें और?

Vinesh Phogat Family Tree: महावीर फोगाट की 6 बेटियों में से एक विनेश फोगाट ने ओलंपिक में सबसे चमकदार सफलता अर्जित की है। वह महिला कुश्ती का फाइनल खेलने वाली पहली एथलीट बन गई हैं। अगर 50 किलोग्राम कुश्ती का फाइनल वह जीत लेती हैं तो उनका नाम भारतीय कुश्ती इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।

Edited By : Nandlal Sharma | Updated: Aug 7, 2024 11:17
Share :
विनेश फोगाट का पालन पोषण महावीर फोगाट ने ही किया है।
विनेश फोगाट का पालन पोषण महावीर फोगाट ने ही किया है।

Vinesh Phogat Family Tree: विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम महिला कुश्ती के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है। इसी के साथ एक बार फिर फोगाट परिवार सुर्खियों में आ गया है। हर कोई फोगाट परिवार की बात कर रहा है। लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं।

विनेश फोगाट के फाइनल में पहुंचने पर द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित महावीर फोगाट ने कहा कि मेरा सपना पूरा हो गया। मेरी बेटी ने ओलंपिक में पदक पक्का करके मुझे सबसे बड़ी खुशी दी है। वैसे तो महावीर फोगाट की कहानी दंगल फिल्म में दिखाई गई है, लेकिन फोगाट परिवार में 6 बेटियां हैं।

---विज्ञापन---

ये भी पढेंः ‘बचपन में पिता को खोया, कैंसर पीड़ित मां को समाज ने मारे थे ताने..’ विनेश फोगाट ऐसे बनीं पहलवान

इन 6 बेटियों में गीता, बबीता, विनेश, संगीता और रितु पहलवान हैं। गीता, बबीता, रितु और संगीता महावीर फोगाट की बेटी हैं। उनका एक बेटा दुष्यंत भी है। विनेश और प्रियंका महावीर फोगाट के भाई राजपाल की बेटी हैं। विनेश फोगाट ने अपने पिता को 9 साल की उम्र में खो दिया था। महावीर फोगाट विनेश के ताऊ हैं।

---विज्ञापन---

6 बेटियों को महावीर फोगाट ने सिखाए कुश्ती के दांव पेंच

महावीर फोगाट ने सभी छह बेटियों को भवानी जिले के अपने गांव बलाली में कुश्ती के दांव पेंच सिखाए। फोगाट बहनों में से तीन- गीता, बबीता और विनेश कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता हैं, जबकि प्रियंका ने एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीता है। रितु राष्ट्रीय चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता हैं और संगीता ने आयु वर्ग की इंटरनेशनल अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीते हैं।

ये भी पढ़ेंः हॉकी सेमीफाइनल के आखिरी 6 मिनट में टीम इंडिया का गोल पोस्ट क्यों खाली था? क्या है नियम

गीता फोगाट ने की शुरुआत

2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में गीता फोगाट ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। ये पदक भारतीय महिला पहलवान द्वारा जीता गया पहला स्वर्ण पदक था। इसी प्रतियोगिता में बबीता फोगाट ने 51 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता था।

2012 के लंदन ओलंपिक में गीता ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में क्वालिफाई किया। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला पहलवान थीं। हालांकि राउंड ऑफ 16 में वह तीन बार की ओलंपिक पदक विजेता टोन्या वर्बीक से हार गईं। कांस्य पदक के लिए रेपचेज राउंड में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

गीता ने अपना पहला विश्व चैंपियनशिप पदक 55 किलोग्राम कैटेगिरी में जीता। बबीता ने भी 51 किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक जीता। 2012 की महिला विश्व चैंपियनशिप में भारत द्वारा जीते गए एकमात्र दो पदक थे।

बबीता फोगाट का सफर

2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में बबीता फोगाट ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में 53 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीता। 2019 में बबीता फोगाट बीजेपी में शामिल हो गईं।

रितु फोगाट ने 2016 कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में स्वर्ण और 2017 एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद उन्होंने अपना फोकस मिश्रित मार्शल आर्ट पर कर लिया है। फोगाट बहनों में सबसे छोटी संगीता फोगट भी पहलवान हैं, उनकी शादी टोक्यो 2020 के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया से हुई है।

विनेश फोगाट पर हैं सबकी नजरें

कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता और विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता विनेश फोगाट सबसे सफल भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। विनेश फोगाट ने रियो 2016 में महिलाओं की 48 किलोग्राम फ्रीस्टाइल श्रेणी में ओलंपिक में डेब्यू किया था, लेकिन घुटने में गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबले से हटना पड़ा। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी उन्हें क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।

HISTORY

Written By

Nandlal Sharma

First published on: Aug 07, 2024 11:17 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें