MS Dhoni: पिछले एक सप्ताह में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ चुका है। 8 मई को पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर हमला करने का प्रयास किया। लेकिन भारत के डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए सेना प्रमुख को देश में टेरिटोरियल आर्मी को भी बुलाने का अधिकार मिल चुका है। ऐसे में एमएस धोनी भी टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा हैं। उन्हें भी तैयार रहना पड़ सकता है।
एमएस धोनी को रहना होगा तैयार?
भारत और पाकिस्तान के बीच अगर तनाव बढ़ता है तो टेरिटोरियल आर्मी भी मोर्चा संभालेगी। ऐसे में एमएस धोनी भी टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा हैं। वह लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर विराजमान हैं। धोनी टेरिटोरियल आर्मी की ओर से ट्रेनिंग भी ले चुके हैं। कई बार उन्हें सेना के कैंप में वक्त बिताते हुए देखा गया है। इसके अलावा सचिन तेंदुलकर भी भारतीय वायुसेना में कैप्टन हैं। माना जा रहा है कि हालात अगर और खराब होते हैं तो धोनी भी मोर्चा संभाल सकते हैं।
Dhoni🤝Indian Army 🇮🇳❤
Indian Army Lieutenant Colonel Mahendra Singh Dhoni using Tavor assault Gun at Para Special Forces training Camp. MSD is holding this rank in Army since 2011.
---विज्ञापन---Dhoni once said that still am Playing Cricket but Indian Army was always my 1st Choice. pic.twitter.com/Jpx2VQEVfm
— Vivek Singh (@VivekSi85847001) June 22, 2023
तनाव को देखते हुए बीसीसीआई ने आईपीएल 2025 को अगले एक हफ्ते के लिए स्थागित कर दिया है। धोनी इससे पहले सीएसके की कमान संभाल रहे थे। हालांकि उनकी टीम का सफर प्ले ऑफ की रेस से खत्म हो गया है।
In exercise of the powers conferred by Rule 33 of the Territorial Army Rule 1948, the Central Government empowers Chief of the Army Staff to exercise the powers under that rule to call out every officer and every enrolled person of the Territorial Army to… pic.twitter.com/zgKIPHYtY7
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 9, 2025
क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी?
टेरिटोरियल आर्मी भी भारत की सेना का हिस्सा है। वैसे तो टेरिटोरियल आर्मी सीधा मोर्चा नहीं संभालती है। लेकिन अगर देश में जंग की हालात हो जाए तो रक्षा विभाग टेरिटोरियल आर्मी का प्रयोग करता है। जरूरत के हिसाब से टेरिटोरियल आर्मी को नियामित सेना को यूनिट भी देना पड़ता है। टेरिटोरियल आर्मी की सेना की तरफ से ट्रेनिंग भी कराई जाती है, ताकि अगर किसी देश से जंग हो तो टेरिटोरियल आर्मी को प्रयोग में लाया जाए। संकट के वक्त इस आर्मी का काम देश में सुरक्षा भी देना होता है। बता दें कि टेरिटोरियल आर्मी एक स्वैच्छिक संगठन है।