IND vs ENG Pitch Report: पांच मैचों की सीरीज का आगाज इंग्लैंड के लिए शानदार हुआ है। हेडिंग्ले में इंग्लिश टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को 5 विकेट से हरा दिया। मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने 371 रनों के लक्ष्य को आसानी से चेज कर डाला। सीरीज का दूसरा मुकाबला अब एजबेस्टन में खेला जाना है। यह वो मैदान है, जहां टीम इंडिया को आजतक एक भी जीत नसीब नहीं हुई है। हालांकि, हेडिंग्ले की हार को भुलाकर भारतीय टीम शुभमन गिल की कप्तानी में एजबेस्टन के मैदान पर पहली जीत का स्वाद चखना चाहेगी।
कैसी खेलती है एजबेस्टन की पिच?
भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना है। इस मैदान पर बल्लेबाजों का राज होता है। शुरुआती दो से तीन दिन पिच बैटिंग के लिए काफी अच्छी रहती है। हालांकि, ओवरकास्ट कंडिशंस रहने पर तेज गेंदबाजों को भी पिच से अच्छी खासी मदद मिलती है। टेस्ट के पांचों दिन एजबेस्टन में बारिश का साया मंडरा रहा है। खासतौर पर टेस्ट के आखिरी दिन जबरदस्त बारिश होने के चांस हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े?
एजबेस्टन में अब तक कुल 60 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इस दौरान पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 19 मैचों में मैदान मारा है। वहीं, 23 मैचों में जीत टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने वाली टीम के हाथ लगी है। एजबेस्टन में पहली पारी का औसतन स्कोर 302 का रहा है, जबकि दूसरी इनिंग में एवरेज स्कोर 302 रन है। हालांकि, बर्मिंघम के इस मैदान पर चौथी पारी में रनों का पीछा करना थोड़ा मुश्किल होता है। यही वजह है कि चौथी पारी में औसतन स्कोर 157 रन है। इस मैदान पर इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ ही 378 रनों का लक्ष्य चेज कर डाला था।
डराता है एजबेस्टन का रिकॉर्ड
टीम इंडिया का रिकॉर्ड एजबेस्टन में बेहद शर्मनाक रहा है। यह मैदान भारतीय टीम को बिल्कुल भी रास नहीं आता है। एजबेस्टन में टीम इंडिया आजतक कोई भी टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है। जीत तो छोड़िए टीम इंडिया ने आखिरी टेस्ट मैच साल 1986 में ड्रॉ कराया था। इस ग्राउंड पर भारतीय टीम ने अब तक कुल 8 मैच खेले हैं, जिसमें से 7 में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। यानी एजबेस्टन में जीत का परचम लहराना टीम इंडिया के लिए अभी भी एक सपना है। शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम को पहले टेस्ट मैच में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। पांच शतक लगाने के बावजूद टीम इंडिया को हेडिंग्ले में शर्मसार होना पड़ा था।