Harbhajan Singh IND vs ENG: हेडिंग्ले में 371 रनों का लक्ष्य रखने के बावजूद टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों 5 विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा। भारतीय गेंदबाज चौथी पारी में एक-एक विकेट के लिए तरसते हुए नजर आए। बेन डकेट और जैक क्राउली की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी निभाते हुए टीम इंडिया को लगभग मैच से बाहर कर दिया। डकेट ने 149 रनों की दमदार पारी खेली। हार के बाद टीम के प्रदर्शन को लेकर जमकर आलोचना हो रही है। भारत के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने दूसरे टेस्ट के लिए प्लेइंग 11 में बदलाव करने की मांग की है।
प्लेइंग 11 में बदलाव चाहते हैं भज्जी
हेडिंग्ले में मिली हार के बाद हरभजन सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, “अब दबाव टीम इंडिया पर होगा, क्योंकि 0-1 से पिछड़ने के बाद आपको सबक लेकर आगे बढ़ना होता है। मेरे हिसाब से कुलदीप यादव को अगले मैच में मौका मिलना चाहिए। अगर वह प्लेइंग 11 में आते हैं, तो टीम इंडिया के पास अधिक विकेट लेने के विकल्प होंगे। मगर सवाल यह है कि कुलदीप रिप्लेस किसे करेंगे? शार्दुल ठाकुर? मैंने कहा था कि शार्दुल को ज्यादा गेंदबाजी करनी चाहिए, लेकिन उन्हें तब बॉलिंग पर लेकर आया गया जब इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 100-120 रन चाहिए थे। उन्हें पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। अगर आप शार्दुल को बतौर बल्लेबाज खिलाना चाहते हैं, जो थोड़ी बहुत गेंदबाजी कर सके, तो यह गलत है। वह एक गेंदबाज हैं, जो बल्लेबाजी कर सकते हैं।”
England win the opening Test by 5 wickets in Headingley#TeamIndia will aim to bounce back in the 2nd Test
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भज्जी ने आगे कहा, “यह सुधार अगले टेस्ट मैच में होना चाहिए। नहीं तो मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह इंग्लैंड का दौरा है। कई मजबूत टीमें यहां पर जीतने में असफल रही हैं। अगर आप ऐसे खेलते हैं और 450 रन पहली पारी में बनाते हैं और फिर भी हार जाते हैं, तो मुझे लगता है कि यह आपने एक मौका मिस कर दिया है।”
148 साल में पहली बार हुआ ऐसा
भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों ही पारियों में जबरदस्त प्रदर्शन करके दिखाया, लेकिन बॉलर्स ने हेडिंग्ले में नाक कटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 19 ओवर डालने के बावजूद बुमराह एक विकेट तक नहीं निकाल सके। वहीं, सिराज की भी झोली खाली रह गई। टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब बल्लेबाजों द्वारा पांच शतक लगाने के बावजूद किसी टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। यह शर्मनाक रिकॉर्ड टीम इंडिया के नाम अब दर्ज हो गया है। टेस्ट के आखिरी दिन पहले सेशन में भारतीय गेंदबाज कोई विकेट नहीं निकाल सके। जैक क्राउली और बेन डकेट की सलामी जोड़ी के आगे बुमराह-सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की तिकड़ी पूरी तरह से बेबस नजर आई। इसके साथ ही रविंद्र जडेजा की फिरकी भी कोई कमाल नहीं दिखा सकी।