Abhimanyu Easwaran: करुण नायर के लगातार फ्लॉप के बाद चौथे टेस्ट मैच में उन्हें प्लेइंग 11 से ड्रॉप कर दिया गया। हर कोई उम्मीद कर रहा था कि करुण अगर बेंच पर बैठेंगे, तो अभिमन्यु ईश्वरन का सालों से चला आ रहा टेस्ट डेब्यू का इंतजार खत्म हो जाएगा। मगर कप्तान शुभमन गिल और हेड कोच गौतम गंभीर तो कुछ और ही तय करके बैठे थे। ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर साई सुदर्शन को फिर से मौका दे दिया गया और अभिमन्यु बेंच पर ही बैठे रह गए। अभिमन्यु साल 2021-22 से भारत की टेस्ट टीम के साथ हैं, पर टीम इंडिया की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरने का उनका सपना अब तक साकार नहीं हो सका है।
15 खिलाड़ी कर चुके हैं डेब्यू
अभिमन्यु ईश्वरन पिछले लगभग 4 साल से स्क्वॉड में आते हैं और पानी पिलाकर घर लौट जाते हैं। ड्रेसिंग रूम में अभिमन्यु ने समय तो बहुत बिता लिया है, लेकिन टीम इंडिया की जर्सी में खेलने का सपना महज सपना ही बना हुआ है। अभिमन्यु के भारतीय टीम में आने के बाद से 15 खिलाड़ी टेस्ट डेब्यू कर चुके हैं, जिसमें सूर्यकुमार, रजत पाटीदार, ईशान किशन जैसे युवा बल्लेबाज भी शामिल हैं। मगर अभिमन्यु लगातार घरेलू क्रिकेट में अपनी काबिलियत साबित करने के बावजूद सिर्फ बेंच पर आराम ही करते रह जाते हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अभिमन्यु के नाम 27 शतक दर्ज हैं और 7,841 रन भी वह बना चुके हैं। 31 फिफ्टी भी उनके बल्ले से निकली है।
सिर्फ घरेलू क्रिकेट के महत्व पर होती है बात
घरेलू क्रिकेट को लेकर कुछ समय पहले बड़ी बहस छिड़ी थी। हर किसी ने इस डोमेस्टिक क्रिकेट को महत्व देने की बात कही थी। खुद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर कहते हैं कि घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी मौके के हकदार हैं। मगर सच्चाई तो कुछ और ही है। कोच साहब ड्रेसिंग रूम में बैठकर अभिमन्यु के साथ ही इंसाफ नहीं कर पा रहे हैं। 8 हजार के करीब रन और 27 शतक होने के बावजूद अगर कोई बल्लेबाज सिर्फ चार साल से बेंच पर ही बैठा रह जाए, तो घरेलू क्रिकेट में अपनी काबिलियत दिखाने का क्या फायदा।
अभिमन्यु या सुदर्शन कौन बेहतर?
अभिमन्यु ईश्वरन के आंकड़े तो आपने देख लिए अब जरा साई सुदर्शन के घरेलू रिकॉर्ड से भी आपको अवगत करा देते हैं। अभिमन्यु के ऊपर सुदर्शन को ही तरजीह दी गई है। सुदर्शन ने अभी तक कुल 30 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 36 की औसत से खेलते हुए 1987 रन बनाए हैं। वहीं, अभिमन्यु का बैटिंग औसत 103 मैच खेलने के बावजूद 54 का है। 51 पारियों में सुदर्शन सिर्फ 7 शतक और 5 अर्धशतक ही लगा सके हैं। अनुभव से लेकर बैटिंग रिकॉर्ड तक में अभिमन्यु सुदर्शन से कहीं ज्यादा आगे हैं। सुदर्शन सिर्फ इसलिए लाइमलाइट में आ गए, क्योंकि आईपीएल 2025 में उनका प्रदर्शन जोरदार रहा था।