---विज्ञापन---

Chandrayaan-3 के रोवर की चांद पर 100 नॉट आउट पारी, ISRO चीफ ने दी खुशखबरी

Chandrayaan-3 Moon Mission Updates: इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने चंद्रमा पर तिरंगा फहराने के बाद शनिवार को सूर्य को मापने के लिए आदित्य एल1 सौर्य यान को लॉन्च किया। आदित्य एल1 की सफल लॉन्चिंग के बाद इसरो चीफ एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 को लेकर बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा कि रोवर ने लैंडर […]

Edited By : Bhola Sharma | Updated: Sep 2, 2023 17:09
Share :
Aditya L1 Sun Mission, Chandrayaan-3, Moon Mission, Rover Pragyan, Lander Vikram, ISRO, S Somnath
Chandrayaan-3

Chandrayaan-3 Moon Mission Updates: इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने चंद्रमा पर तिरंगा फहराने के बाद शनिवार को सूर्य को मापने के लिए आदित्य एल1 सौर्य यान को लॉन्च किया। आदित्य एल1 की सफल लॉन्चिंग के बाद इसरो चीफ एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 को लेकर बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा कि रोवर ने लैंडर से लगभग 100 मीटर की दूरी तय की है। इसरो ने प्रज्ञान रोवर की तस्वीर साझा की है। वह लैंडर से 101.4 मीटर दूर जा चुका है। रोवर का वजन 25 किलो है। यह तीन फीट लंबा और 2.5 फीट चौड़ा और 2.8 फीट ऊंचा है। इसमें 6 पहिए लगे हैं।

अब स्लीप मोड में जाने वाला है लैंडर-रोवर

इसरो चीफ ने बताया कि चंद्रमा पर रात होने वाली है। इसलिए चंद्रयान-3 मिशन स्लीप मोड में जाने वाला है। इस बीच उन्होंने खुशखबरी भी दी। कहा कि चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर अभी भी काम कर रहे हैं। दोनों की सेहत ठीक है। दोनों के सभी पेलोड्स सही तरीके से काम कर रहे हैं।

---विज्ञापन---

दरअसल, चंद्रमा पर पृथ्वी के 14 दिन के बराबर एक दिन होता है। 23 अगस्त को लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया था। 5 या 6 सितंबर को चंद्रमा पर सूर्य अस्त होगा। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान 3 मिशन अपनी नियोजित अन्वेषण अवधि के समापन के करीब पहुंच रहा है। इसरो अब चंद्रमा की रात नजदीक आने पर विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के लिए स्लीप मोड ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। क्योंकि चंद्रमा पर रात होने पर तापमान -200 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गिर जाता है।

एस सोमनाथ ने कहा कि प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर अभी भी काम कर रहे हैं। हम अगले एक से दो दिनों में दोनों को स्लीप मोड में रखने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं।

---विज्ञापन---

सभी पेलोड्स काम कर रहे

हाल ही में रोवर में लगे आईएलएसए पेलोड ने भूकंपीय घटना को महसूस किया था। साथ ही अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप (एपीएक्सएस) ने चंद्रमा की सतह अन्य छोटे तत्वों के साथ-साथ सल्फर की सफलतापूर्वक पहचान की है। रोवर में लगे लेजर-प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (LIBS) उपकरण ने पहले ही सल्फर की उपस्थिति की पुष्टि कर दी है।

Aditya L1 Sun Mission


Aditya L1 Sun Mission

शनिवार को इसरो ने लॉन्च किया आदित्य एल1

सूर्य का अध्ययन करने के लिए भारत का पहला अंतरिक्ष-आधारित मिशन, आदित्य एल1 शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया। अंतरिक्ष यान को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) रॉकेट से भेजा गया है।

यह भी पढ़ें: Rahul Gandhi के छत्तीसगढ़ पहुंचते ही खुल गई 2 हजार युवाओं की किस्मत, सांसद ने पीएम मोदी से पूछे दो बड़े सवाल

HISTORY

Written By

Bhola Sharma

First published on: Sep 02, 2023 05:04 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें