Hindu New Year 2025: हिंदू वर्ष का पहला महीना चैत्र होता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार पहले महीने चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की शुरुआत तो होलीदहन के अगले दिन से हो जाती है, लेकिन शुक्ल पक्ष को ज्यादा शुभ माना जाता है। इस कारण चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवसंवत्सर की शुरुआत मानी जाती है। मान्यता है कि हर संवत्सर का एक राजा और मंत्री होता है। इस बार राजा और मंत्री दोनों ही एक पद एक ही ग्रह के पास हैं।
ज्योतिष के अनुसार हर हिंदू नववर्ष की कमान किसी न किसी ग्रह को दी जाती है। जैसे पिछले नववर्ष के राजा मंगल और शनि मंत्री थे। वहीं, साल 2025 में नववर्ष के राजा सूर्य होंगे। ऐसा इस कारण है क्योंकि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से हो रही है। वहीं, इस नववर्ष का समापन भी रविवार को ही होगा। इस कारण मंत्री भी सूर्यदेव ही होंगे।
कब से शुरू होगा नववर्ष?
साल 2025 में नववर्ष की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है। इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों ही मीन राशि में रहने वाले हैं। अब नए विक्रमी संवत 2082 की शुरुआत हो जाएगी। इस हिंदू नववर्ष में अन्न, धन और खनिज व धातु के स्वामी बुध होंगे। वहीं, खाद्य पदार्थों का कार्यभार मंगल को मिलने वाला है।
राजनीति में होगी उथल-पुथल
ज्योतिष के अनुसार, साल 2025 में हिंदू नववर्ष कालयुक्त होगा। इसके मालिक सूर्य होंगे। इसका प्रभाव मनुष्यों पर भी पड़ेगा। ज्यादातर लोगों में गुस्सा हावी रहेगा और आपसी मतभेद बने रहेंगे। आपको राजनीतिक उथल-पुथल भी देखने को मिल सकती है। जीवन में संघर्ष की अधिकता रहने की संभावना है।
खूब पड़ेगी गर्मी
इस साल के राजा सूर्य हैं, इस कारण भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है। गर्मी ज्यादा होने के कारण बारिश भी खूब होगी। इसके चलते किसानों को भी लाभ मिलने की उम्मीद है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।