Vivekananda Quotes: स्वामी विवेकानंद भारत के एक ऐसे महान विचारक और संत हैं, जिन्होंने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को एक नई दिशा दी। विवेकानंद का मानना था कि मनुष्य अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर सकता है, बस उसके लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और कर्मठता की आवश्यकता होती है। उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होकर कई युवाओं ने अपने जीवन में सफलता प्राप्त की है।
विवेकानंद ने हिन्दू धर्म को विश्व पटल पर एक नई पहचान दी। उन्होंने हिन्दू धर्म को एक सार्वभौमिक धर्म के रूप में प्रस्तुत किया और दुनिया को बताया कि हिन्दू धर्म केवल एक धर्म नहीं बल्कि एक जीवन जीने का तरीका है। जीवन से हताश व्यक्तियों को विवेकानंद के अनमोल वचन जरूर पढ़नी चाहिए। कहते हैं, विवेकानंद के विचार पढ़ने मात्र से जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार होता है और यदि आपने उनके बताए मार्गों को अपना लिया है, तो सक्सेस हो या कोई बड़ा लक्ष्य, आपके पास खुद-ब-खुद खिंच कर चली आएगी।
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स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन
1. “उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”
स्वामी विवेकानंद का यह विचार निरंतर प्रयास और दृढ़ता की शिक्षा देता है। स्वामीजी ने सिखाया कि सफलता केवल उन्हीं को मिलती है, जो अपने लक्ष्य को लेकर गंभीर होते हैं और तब तक प्रयास करते रहते हैं जब तक वह हासिल न हो जाए।
2. “तुम्हें अंदर से बाहर की ओर विकसित होना होगा। कोई तुम्हें सिखा नहीं सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता। आत्मा के भीतर से ही सीखना है।”
स्वामी विवेकानंद आत्मनिर्भरता पर जोर देते हैं। वे कहते हैं कि आत्मज्ञान और आत्मविश्वास के लिए भीतर की यात्रा करनी चाहिए। बाहरी दुनिया केवल मार्गदर्शन कर सकती है, लेकिन असली विकास आत्मा के भीतर से आता है।
3. “जो सत्य है, उसे निर्भीक होकर कहो। उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इसकी चिंता मत करो।”
इस विचार में स्वामी विवेकानंद सत्यनिष्ठा को अपनाने का संदेश दे रहे हैं। स्वामीजी ने सिखाया कि सच बोलने से डरना नहीं चाहिए, क्योंकि सत्य सबसे बड़ा धर्म है।
4. “तुम्हारे पास जो भी समय है, उसका सदुपयोग करो। यह सोचने में समय मत गंवाओ कि तुम्हारे पास क्या नहीं है?”
यहां स्वामी विवेकानंद हमें अपने वर्तमान संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करने की प्रेरणा दे रहे हैं। स्वामीजी स्पष्ट कह रहे हैं कि शिकायत करने के बजाय अपने पास जो संसाधन है, उसे सही तरीके से इस्तेमाल करें।
5. “अगर आपको भगवान की तलाश है, तो उसे अपने दिल में खोजें। वह किसी मंदिर, मस्जिद या चर्च में नहीं है।”
यह अनमोल विचार हमें सिखाता है कि सच्चा ईश्वर हमारे भीतर है। आत्मा और दिल की गहराई में ही ईश्वर का निवास है।
6. “एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमें लगा दो।”
स्वामी विवेकानंद का यह अनमोल वचन ध्यान और एकाग्रता का महत्व बताता है। स्वामीजी ने सिखाया कि अगर हम अपने हर कार्य को पूरी ऊर्जा और ध्यान के साथ करेंगे, तो वह अवश्य सफल होगा।
7. “डरो मत। अगर तुम डरते हो, तो तुम कमजोर हो जाते हो।”
स्वामीजी का यह सुविचार साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक है। वे कहते हैं कि डर कमजोरी को जन्म देता है और हमें अपने डर पर काबू पाना चाहिए।
8. “खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।”
आत्मविश्वास की कमी को स्वामी विवेकानंद ने पाप के समान माना है। उन्होंने सिखाया कि हर व्यक्ति के अंदर असीमित शक्ति है, जिसे पहचानकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
9. “मनुष्य का सेवा धर्म ही सबसे बड़ा धर्म है।”
स्वामी विवेकानंद ने मानव सेवा को ईश्वर सेवा के समान माना। उनके अनुसार, जरूरतमंदों की सहायता करना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है।
10. “शक्ति ही जीवन है, कमजोरी ही मृत्यु है।”
यह वचन शक्ति और ऊर्जा के महत्व को दर्शाता है। स्वामी विवेकानंद ने सिखाया कि शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शक्ति से ही जीवन को साकार किया जा सकता है। कमजोरी जीवन में रुकावट बनती है।
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