krishna ji Names: देशभर में श्रीकृष्ण के बड़ी संख्या में भक्तजन हैं, जो उनको अपना आदर्श मानते हैं। जहां कुछ लोग श्रीकृष्ण की पूजा लड्डू गोपाल के रूप में करते हैं, तो कुछ उन्हें प्रेम के प्रतीक के तौर पर राधा रानी के साथ पूजते हैं। कृष्ण-भक्ति और वैष्णव परंपरा में भगवान श्रीकृष्ण की लीला, चरित्र और उनके जीवन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी घटनाओं का वर्णन किया गया है। शास्त्रों में श्रीकृष्ण के कुल 108 नामों का उल्लेख है, जिनके जाप से साधक को विशेष लाभ होता है। साथ ही जीवन में आ रही परेशानियां काफी हद तक कम हो जाती हैं और साधक को शक्ति, भक्ति और मुक्ति तीनों की प्राप्ति होती है। चलिए अब जानते हैं श्रीकृष्ण के 108 नाम कौन-कौन से हैं।
- कृष्ण जी
- कमलनाथ जी
- वासुदेव जी
- सनातन जी
- पुण्य जी
- लीलामानुष विग्रह जी
- श्रीवत्स कौस्तुभधराय जी
- यशोदावत्सल जी
- हरि जी
- देवकीनंदन जी
- श्रीशाय जी
- यमुनावेगा संहार जी
- बलभद्र प्रियनुज जी
- पूतना जीवित हर जी
- नन्द व्रज जनानन्दिन जी
- सच्चिदानन्दविग्रह जी
- नवनीत विलिप्ताङ्ग जी
- नवनीतनटन जी
- मुचुकुन्द प्रसाद जी
- षोडशस्त्री सहस्रेश जी
- गोविन्द जी
- योगीपति जी
- वत्सवाटि चराय जी
- अनंत जी
- धेनुकासुर भंजनाय जी
- तृणी-कृत-तृणावर्त जी
- यमलार्जुन भंजन जी
- उत्तलोत्तालभेत्रे जी
- तमाल श्यामल कृता जी
- गोप गोपीश्वर जी
- योगी जी
- कोटि सूर्य समप्रभ जी
- इलापति जी
- परंज्योतिष जी
- यादवेंद्र जी
- यदूद्वहाय जी
- वनमालिने जी
- पीतवससे जी
- पारिजातापहारकाय जी
- गोवर्थनाचलोद्धर्त्रे जी
- गोपाल जी
- सर्वपालकाय जी
- अजाय जी
- निरंजन जी
- कामजनक जी
- कञ्ज लोचन जी
- मधुघ्ने जी
- मथुरानाथ जी
- द्वारकानायक जी
- बलि जी
- बृन्दावनान्त सञ्चारिणे जी
- तुलसीदाम भूषनाय जी
- स्यमन्तकमणेर्हर्त्रे जी
- नरनारयणात्मकाय जी
- संसारवैरी जी
- कंसारिर जी
- मुरारी जी
- नाराकान्तक जी
- अनादि ब्रह्मचारिक जी
- कृष्णाव्यसन कर्शक जी
- शिशुपालशिरश्छेत्त जी
- दुर्यॊधनकुलान्तकृत जी
- विदुराक्रूर वरद जी
- विश्वरूपप्रदर्शक जी
- सत्यवाचे जी
- सत्य सङ्कल्प जी
- सत्यभामारता जी
- जयी जी
- सुभद्रा पूर्वज जी
- विष्णु जी
- भीष्ममुक्ति प्रदायक जी
- जगद्गुरू जी
- जगन्नाथ जी
- वेणुनाद विशारद जी
- वृषभासुर विध्वंसि जी
- बाणासुर करान्तकृत जी
- युधिष्ठिर प्रतिष्ठात्रे जी
- बर्हिबर्हावतंसक जी
- पार्थसारथी जी
- अव्यक्त जी
- गीतामृत महोदधी जी
- दामोदर जी
- यज्ञभोक्त जी
- दानवेन्द्र विनाशक जी
- नारायण जी
- परब्रह्म जी
- पन्नगाशन वाहन जी
- पुण्य श्लोक जी
- तीर्थकरा जी
- वेदवेद्या जी
- दयानिधि जी
- सर्वभूतात्मका जी
- सर्वग्रहरुपी जी
- परात्पराय जी
- मायिने जी
- परमपुरुष जी
- त्रिभङ्गी जी
- मधुराकृत जी
- शकटासुर जी
- वसुदेवात्मज जी
- नन्दगोप प्रियात्मज जी
- शुकवागमृताब्दीन्दवे जी
- कुब्जा कृष्णाम्बरधराय जी
- चतुर्भुजात्त चक्रासिगदा जी
- सङ्खाम्बुजा युदायुजाय जी
- मुष्टिकासुर चाणूर मल्लयुद्ध विशारदाय जी
- कालीयफणिमाणिक्य रञ्जित श्रीपदाम्बुज जी
- जलक्रीड़ा समासक्त गोपीवस्त्रापहाराक जी
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