Premanand Maharaj Pravachan Viral Video: कोर्ट केस में अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि गलत सही और सही गलत साबित हो जाता है। वकीलों की दलीलों के कारण अक्सर क्रिमिनल केस जीत जाते हैं। कभी न कभी आपने देखा व सुना होगा कि वकील जानता है कि वो गलत का साथ दे रहा है फिर भी पैसों के लालच या किसी दबाव के कारण वो अपराधी का साथ देता है। लेकिन क्या ये करना सही है? जब ये ही सवाल के साधक ने प्रसिद्ध कथावाचक संत श्री प्रेमानंद महाराज से पूछा तो उन्होंने क्या जवाब दिया आइए इस बारे में जानते हैं।
क्या अपराधी का केस लड़ना चाहिए?
प्रसिद्ध कथावाचक संत प्रेमानंद महाराज ने कहा, ‘ये कलयुग का प्रभाव है। जैसे एक वकील साहब आए और उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि ये आदमी गलत है लेकिन हमें उसका केस लड़ना होगा और हम उसे जिताएंगे।’
इसी के आगे प्रेमानंद महाराज ने कहा, ‘क्यों जिताओगे? जब आप जानते हो कि वो गलत है तो क्यों जिताओगे? केवल पैसों के लिए। यदि किसी ने तुम्हारी बहन के साथ गलत काम किया हो और तुम जानते हो कि वो अपराधी है तो क्या उसका मुकदमा लेकर तुम उसे जीता सकते हो? नहीं, अब तुम उसे नहीं जिताओगे क्योंकि तुम जानते हो कि उसने तुम्हारी बहन के साथ गलत किया है। ये ही अगर किसी और की बहन होगी तो तुम उसके खिलाफ लड़ोगे।’
अपराधी को केस जिताना क्या सही है?
आगे प्रेमानंद महाराज ने कहा, ‘अगर आप ऐसा करते हो तो आपकी पढ़ाई-लिखाई धूल (नष्ट) है। किस काम की है आपकी पढ़ाई-लिखाई? क्या आपने इसके लिए पढ़ाई-लिखाई नहीं की थी कि आप दुष्टों को दंड दिलाएं और निर्दोषों को मुक्त कराएं। लेकिन हमारे समाज की व्यवस्था पर अब कलयुग का प्रभाव पड़ रहा है। पैसों के आगे ज्ञान-विज्ञान काम नहीं कर रहा है। जहां पैसे होंगे उसी तरफ ध्यान जाएगा।’ आसान भाषा में कहे तो प्रेमानंद महाराज का मानना है कि अपराधी को केस जीतना गलत है। ये व्यक्ति के धर्म के खिलाफ है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।