पवन मिश्रा, प्रयागराज।
Mahakumbh 2025: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को महाकुंभ के महासम्मेलन में भाग लेने प्रयागराज पहुंचे। प्रयागराज पहुंच कर रक्षा मंत्री ने सबसे पहले गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर ‘सनातन की जय, गंगा मैय्या की जय’ का उद्घोष किया। उन्होंने संगम तट से मंदिरों के दर्शन कर महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। रक्षा मंत्री ने सेना के अधिकारियों के साथ महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मीटिंग भी किया है। बता दें, इस साल प्रयागराज में संगम तट पर महापर्व महाकुंभ 2025 का आयोजन हो रहा है।
संगम स्नान के बाद गृह मंत्री का संदेश
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि आज प्रयागराज, संगम में मैंने स्नान किया। यह भारतीयता का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महापर्व है। इसे किसी पंथ, समुदाय या धर्म के साथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। किसी को यदि भारत और भारतीयता को समझना है तो आकर महाकुंभ को देखिए.’ बता दें कि रक्षा मंत्री अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बमरौली हवाई अड्डे से हेलीकॉप्टर से डीपीएस ग्राउंड नैनी पहुंचे। नैनी के अरैल घाट से जेटी के जरिए संगम पहुंच कर स्नान किया।
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इन प्रसिद्ध मंदिरों में किए दर्शन
संगम से वीआईपी घाट पर उतर कर अक्षयवट कॉरीडोर में प्रयागराज के छत्र अक्षयवट का दर्शन पूजन किया। इसके बाद रक्षा मंत्री ने पातालपुरी मंदिर और सरस्वती कूप का भी दर्शन किया। वहां से निकल कर बड़े हनुमान जी का दर्शन कर मंदिर में विशेष पूजन-अर्चन किया। मंदिर के पुजारी जी का हालचाल लिया। उहोने महाकुंभ के लिए की गई व्यवस्था के बारे में भी बातचीत की।
सेना के अधिकारियों से भी की मीटिंग
इस बीच साधु संतों से मुलाकात के बाद रक्षा मंत्री महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर में सेना के अधिकारियों से मीटिंग भी किया। महाकुंभ में आतंकी हमले की धमकी और बम मिलने की अफवाह के मुताबिक किए गए सुरक्षा इंतजामों की भी उन्होंने जानकारी ली।
महाशिवरात्रि के दिन समाप्त होगा महाकुंभ
महाकुंभ का प्रथम मुख्य स्नान 13 जनवरी 2025 को पौष पूर्णिमा के दिन और द्वितीय मुख्य स्नान 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के दिन संपन्न हो चुका है और अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर्व के रोज 26 फरवरी, 2025 को है। इस दिन ही महाकुंभ का समापन भी हो जाएगा।
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