भगवान गणेश सभी देवों में प्रथम पूज्य माने जाते हैं। इसके साथ ही वे विघ्नहर्ता और सुखकर्ता भी है। भगवान गणेश की पूजा हर प्रकार का सुख प्रदान करती है। भगवान शिव और माता पार्वती के लाडले भगवान गणेश को मोदक अत्यधिक प्रिय हैं। मोदक का भोग भगवान गणेश को तुरंत प्रसन्न करता है। हालांकि मोदक के अलावा भी कुछ ऐसे भोग हैं, जो भगवान गणेश को बेहद ही प्रिय हैं। माना जाता है कि इन भोगों को अर्पित करने से जीवन की सभी परेशानियों का अंत चुटकियों में हो जाता है। इसके साथ ही लाइफ के सारे विघ्न गणपति बप्पा हर लेते हैं। आइए जानते हैं कि मोदक के अलावा कौन से भोग हैं, जो प्रभु को प्रिय हैं?
मोतीचूर के लड्डू
मोतीचूर के लड्डू भगवान गणेश को अत्यधिक प्रिय हैं। माना जाता है कि ये देशी घी में बने होने चाहिए। इन लड्डुओं का भोग लगाने से घर में सुख और समृद्धि आती है। इसके साथ ही धन और वैभव की भी प्राप्ति होती है।
गुड़ और चावल की खीर
गुड़, चावल और दूध से बनी खीर भगवान गणेश को काफी प्रिय है। इसको अर्पित करने से घर में एकता और प्रेम बढ़ता है। इसके साथ ही आर्थिक तंगी से भी मुक्ति मिलती है। माना जाता है कि भगवान गणेश को यह खीर गणेश चतुर्थी के दिन जरूर अर्पित करनी चाहिए।
दूर्वा घास
भगवान गणेश को दूर्वा घास जरूर अर्पित करनी चाहिए। प्रभु को 21 दूर्वा के जोड़े चढ़ाने की परंपरा है। इस घास को अर्पित करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का अंत होता है। इसके साथ ही लंबी आयु भी प्राप्त होती है। अगर मानसिक समस्याएं हैं तो उनका भी अंत हो जाता है।
कैथा
कैथा का फल भगवान गणेश को अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि कैथा अर्पित करने से सभी प्रकार की बाधाओं का नाश हो जाता है। इसे पवित्र और औषधि भी माना जाता है।
जामुन
जामुन का फल भी भगवान गणेश को अत्यंत प्रिय है। इस फल को अर्पित करने से सभी प्रकार के मनोरथ सिद्ध होते हैं। इसके साथ ही भगवान गणेश कि विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके लिए यह मंत्र भी कहा गया है।
गजननं भूतगणादि सेवितं
कपित्थ जम्बू फल चारु भक्षणम्।
उमा सुतं शोक विनाश कारकम्
नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्॥
इस मंत्र को भोग लगाते समय जरूर जपना चाहिए। इससे जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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