Lord Hanuman Temple: राजस्थान के नागौर जिले की लाडनूं तहसील में बसा कोयल गांव एक छोटा सा गांव है, जो अपनी सादगी और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहां समुद्र तल से 330 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान सत्यनारायण का प्राचीन मंदिर भक्तों के लिए आस्था और शांति का केंद्र है।
इस मंदिर में भगवान सत्यनारायण, जो भगवान विष्णु का एक रूप हैं, और भगवान हनुमान की पूजा की जाती है। माना जाता है कि यहां पूजा-अर्चना करने से भक्तों को मानसिक शांति, बाधाओं से मुक्ति, व्यापार में घाटे से राहत और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से निजात मिलती है।
200 सालों से भी अधिक पुराना है मंदिर
कोयल गांव का सत्यनारायण मंदिर लगभग 250 वर्ष से भी अधिक पुराना माना जाता है। स्थानीय कथाओं के अनुसार, इस क्षेत्र में पहले घना जंगल था, जहां साधु-संत तपस्या किया करते थे। एक बार एक साधु की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान सत्यनारायण ने दर्शन दिए। इसके साथ ही, एक माहेश्वरी परिवार को भी स्वप्न में भगवान सत्यनारायण ने दर्शन देकर मंदिर स्थापना का आदेश दिया। इसके बाद इस पहाड़ी पर मंदिर का निर्माण हुआ। मंदिर में भगवान सत्यनारायण के साथ हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित की गई, जिन्हें बाल हनुमान के रूप में पूजा जाता है।
मंदिर की ऊंचाई और प्राकृतिक सौंदर्य इसे और भी खास बनाते हैं। 330 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर चारों ओर से हरियाली और शांत वातावरण से घिरा है। यहां की शुद्ध हवा और शांत माहौल भक्तों को आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करता है। मंदिर में होने वाली आरती के दौरान, विशेष रूप से हनुमान जी की मूर्ति के सामने कांच में उनकी छवि दिखाई देती है, जिसे भक्त चमत्कार मानते हैं। यह छवि न तो फोटो में कैद होती है और न ही वीडियो में, जिससे मंदिर का रहस्यमयी आकर्षण और बढ़ता है।
सुख और समृद्धि लाती है सत्यनारायण भगवान की पूजा
सत्यनारायण मंदिर में भगवान विष्णु के रूप सत्यनारायण भगवान की पूजा सुख, समृद्धि, और पारिवारिक शांति के लिए की जाती है। ज्योतिष शास्त्र में भगवान विष्णु को सूर्य और गुरु ग्रहों से जोड़ा जाता है, जो जीवन में स्थिरता और वैभव प्रदान करते हैं। यहां सत्यनारायण व्रत और कथा का आयोजन विशेष अवसरों, जैसे पूर्णिमा, विवाह, या गृह प्रवेश पर किया जाता है।
इस मंदिर में हनुमान जी काफी अहम मानी जाती है। हनुमान जी मंगल और शनि ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कंट्रोल करते हैं। माना जाता है और उनकी पूजा डर, बाधाओं, और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है। कोयल गांव के मंदिर में बाल हनुमान की मूर्ति विशेष रूप से शक्तिशाली मानी जाती है।
लोगों का ऐसा विश्वास है कि यहां हनुमान चालीसा का पाठ करने या मंगलवार और शनिवार को दर्शन करने से डिप्रेशन, मानसिक अशांति, और गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है। यहां पूजा करने से व्यापार में घाटे, आर्थिक तंगी, और मानसिक तनाव भी दूर हो जाता है।
मंदिर में होते हैं चमत्कार
मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता इसका स्थान और आध्यात्मिक ऊर्जा है। पहाड़ी पर स्थित होने के कारण यहां का वातावरण शांत और पवित्र है। मंदिर में भगवान सत्यनारायण और हनुमान जी की मूर्तियां एक साथ स्थापित हैं, जो इसे अनूठा बनाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यहां कई साधुओं ने तपस्या की थी, जिससे मंदिर की आध्यात्मिक शक्ति काफी अधिक है।
यहां पर आने वाले भक्तों की लाइफ में चलने वाली समस्याओं का अंत हो जाता है। कुछ भक्तों का कहना है कि व्यापार में लगातार घाटे के बाद यहां पूजा करने से उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है। अन्य लोग बताते हैं कि डिप्रेशन और पारिवारिक तनाव से जूझ रहे लोगों को यहां दर्शन और हनुमान चालीसा के पाठ से मानसिक शांति मिली। खासकर हनुमान जयंती और पूर्णिमा के दिन मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। अगर आप भी समस्याओं से निजात पाते हैं तो एक बार यहां दर्शन करने अवश्य जाएं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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