आज की दुनिया में हर कोई करियर में आगे बढ़ना चाहता है। एक अच्छी जॉब, प्रोमोशन, स्टेबिलिटी और काम में पहचान पाना लगभग हर किसी का सपना होता है। इसके लिए सिर्फ मेहनत करना काफी नहीं होता, क्योंकि कई बार समझदारी से लिए गए फैसले, सही लोगों से जुड़ाव और वक्त के अनुसार धैर्य ही असली सक्सेस की चाबी बनते हैं।
महाभारत के महात्मा विदुर, महाराज धृतराष्ट के दरबार में एक बहुत ही बुद्धिमान, ईमानदार और दूरदर्शी मंत्री के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने जीवन के हर पहलू से जुड़ी कई अहम बातें अपनी नीतियों में बताई थीं, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। अभी भी उनकी बातें करियर, प्रोफेशनल लाइफ और सोच को संतुलित करने में बहुत मदद कर सकती हैं। विदुर नीति से सीखा जा सकता है कि एक अच्छा लीडर या एम्प्लॉई कैसे बना जाए, किन बातों से करियर में रुकावटें आती हैं, और कैसे अपने स्वभाव और व्यवहार को बेहतर बनाकर सफलता को आसान बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि इसके लिए हमें क्या करना चाहिए।
समय की अहमियत
विदुर नीति के अनुसार एक बुद्धिमान व्यक्ति समय की कद्र करता है और हर पल को सही दिशा में इस्तेमाल करता है। करियर में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब आपके पास कोई बड़ा फैसला लेने के लिए समय बहुत कम होता है। अगर आपने समय को समझते हुए सही निर्णय ले लिया, तो वो आपको भीड़ से अलग कर सकता है।
सक्सेसफुल लोग वक्त पर काम खत्म करते हैं और चीजों को समय पर सीखते हैं। वे समय रहते खुद को अपग्रेड करते हैं। वहीं, आलस, टालमटोल और फालतू का वेट करने की आदत व्यक्ति को करियर में आगे नहीं बढ़ने देती है।
काम के प्रति ईमानदारी
महात्मा विदुर के अनुसार, जो व्यक्ति अपने काम को पूजा की तरह करता है। ईमानदारी से उसे पूरा करता है, उस पर भगवान भी कृपा करते हैं। आज के प्रोफेशनल वर्ल्ड में भरोसेमंद और ईमानदार लोग ही ज्यादा रिस्पेक्ट और ग्रोथ पाते हैं। अगर आप ऑफिस में या अपनी फील्ड में डेडिकेशन से काम करते हैं, तो लोग भी आप पर विश्वास करने लगते हैं और आपको बड़े मौके मिलते हैं। वहीं, छोटे फायदे के लिए चीटिंग या शॉर्टकट अपनाना करियर को लंबे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।
खुद पर कंट्रोल
विदुर नीति के अनुसार जो व्यक्ति अपने गुस्से, इच्छाओं और भावनाओं को कंट्रोल कर लेता है, वह जीवन के हर क्षेत्र में विजेता बनता है।
करियर की दुनिया में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब आपको गुस्सा आता है, फ्रस्ट्रेशन होता है या कोई नेगेटिव फीलिंग आती है। अगर इस दौरान आपने उन पर काबू पा लिया, तो आप बड़ी गलतियों से बच जाते हैं। सेल्फ कंट्रोल आपको फोकस्ड, शांत और मच्योर बनाता है और ये तीनों चीजें आपको बाकी लोगों से अलग करती हैं।
सीखना नहीं छोड़ना
विदुर नीति में ज्ञान को सबसे बड़ी शक्ति माना गया है। आज के टाइम में सिर्फ डिग्री से कुछ नहीं होता है। अगर आप लगातार नई चीजें नहीं सीखते हैं तो आपके स्किल्स पीछे छूट जाते हैं। नई टेक्नोलॉजी, ट्रेंड्स और स्किल्स को अपनाने वाला इंसान कभी आउटडेटेड नहीं होता है। चाहे आप जॉब कर रहे हों, फ्रीलांसर हों या बिजनेस चला रहे हों , सीखते रहना ही ग्रोथ की गारंटी है। हमेशा कुछ न कुछ सीखते जरूर रहना चाहिए।
नेगेटिव लोगों से दूरी
महात्मा विदुर के अनुसार नेगेटिव लोगों से दूर रहना चाहिए। जो लोग आपको गलत रास्ते पर ले जाते हैं, या जिनकी सोच हमेशा डाउनपुट वाली होती है, उनसे दूरी बनाना ही सही होता है। करियर में ऐसे लोग आपको मोटिवेट नहीं करते, बल्कि आपके कॉन्फिडेंस और एनर्जी को कम कर देते हैं। वो गॉसिप करते हैं, शिकायत करते हैं और कभी प्रैक्टिकली कुछ करते नहीं हैं। आप किन लोगों के साथ समय बिताते हैं, वो आपकी सोच और ग्रोथ दोनों को प्रभावित करता है। इस कारण पॉजिटिव, प्रोग्रेसिव और मोटिवेटिंग लोगों के साथ रहना आपको ग्रोथ देगा।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी विदुर नीतियों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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