Chanakya Niti: दोस्ती जीवन का सबसे अहम रिश्ता है। दोस्ती में हम हर प्रकार से दोस्त के साथ खड़े होते हैं। अधिकतर लोग अपने दोस्तों से कुछ भी नहीं छिपाते हैं। हालांकि आचार्य चाणक्य ने ऐसा करना सही नहीं माना है। आचार्य चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, प्राचीन भारत के महान दार्शनिक, अर्थशास्त्री और रणनीतिकार थे।
उनके द्वारा लिखी गई ‘चाणक्य नीति’आज के समय में भी जीवन के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन प्रदान करती है। इस नीति में बताई गईं बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी उस समय थीं। मनुष्य जीवन में कुछ रिश्ते तो जन्म के साथ ही मिल जाते हैं। वहीं, जो रिश्ता व्यक्ति खुद से बनाता है, उसके दोस्ती कहते हैं। दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जिसको निभाने के लिए लोग हद से गुजर जाते हैं। अधिकतर लोग अपना कोई भी सीक्रेट दोस्तों से नहीं छिपाते हैं। आचार्य चाणक्य इस बात को बिल्कुल भी सही नहीं मानते हैं। आचार्य चाणक्य के अनुसार मित्रता एक पवित्र और महत्वपूर्ण रिश्ता है, लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं, जिन्हें दोस्तों से भी साझा नहीं करना चाहिए। इस बातों को शेयर करना आपके लिए बेहद ही खतरनाक हो सकता है। आइए जानते हैं कि वे कौन सी बातें हैं, जो किसी दोस्त को कभी भी नहीं बतानी चाहिए?
व्यक्तिगत कमजोरियां
चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत कमजोरियों को कभी भी दूसरों के सामने उजागर नहीं करना चाहिए, भले ही वह आपका सबसे करीबी मित्र क्यों न हो। कमजोरियां जैसे कि आपका डर, असुरक्षा या कोई पुराना आघात आदि के बारे में किसी को न बताएं। यदि यह बात किसी और को पता होगी तो वह इसका उपयोग आपके खिलाफ भी कर सकता है। जरूरी नहीं है कि जो व्यक्ति अभी आपके साथ है, वह लाइफटाइम आपका दोस्त ही रहे। चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को अपनी कमजोरी को गुप्त रखना चाहिए क्योंकि यह आपके शत्रु का हथियार बन सकती है। अपनी कमजोरियों को अपने तक सीमित रखना ही बुद्धिमानी है।
आर्थिक स्थिति और धन-संपत्ति
चाणक्य नीति में धन को जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है, लेकिन इसकी जानकारी गोपनीय रखने को कहा गया है। चाणक्य नीति के अनुसार अपनी आर्थिक स्थिति, बचत, निवेश, या कर्ज की जानकारी दोस्तों से साझा करना जोखिम भरा हो सकता है। चाणक्य के अनुसार धन का प्रदर्शन न तो मित्र के सामने करें और न ही शत्रु के सामने करना चाहिए। धन की जानकारी दूसरों में लालच, ईर्ष्या या गलत इरादे जगा सकती है। अगर आप आर्थिक तंगी में हैं तो इसे भी छिपाकर रखें, क्योंकि यह आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकता है।
भविष्य की योजनाएं और रणनीतियां
चाणक्य का मानना था कि अपनी भविष्य की योजनाओं को गुप्त रखना चाहिए। चाहे वह व्यवसाय की नई रणनीति हो, करियर का कोई बड़ा कदम, या कोई व्यक्तिगत लक्ष्य, इन्हें दोस्तों से साझा करने से बचना चाहिए। चाणक्य नीति के अनुसार ‘अपनी योजना को तब तक गुप्त रखें, जब तक वह पूरी न हो जाए।’ कई बार दोस्त अनजाने में आपकी योजनाओं को दूसरों तक पहुंचा सकते हैं, जिससे आपकी मेहनत पर पानी फिर सकता है।
पारिवारिक विवाद और गोपनीय बातें
चाणक्य नीति में पारिवारिक एकता और गोपनीयता पर विशेष माना गया है। परिवार के आंतरिक विवाद, जैसे कि पति-पत्नी के बीच का झगड़ा, माता-पिता के साथ मतभेद या भाई-बहन की निजी समस्याएं, कभी भी दोस्तों के सामने नहीं लानी चाहिए। चाणक्य के अनुसार घर की बात घर में ही रहनी चाहिए।’ ऐसी बातें घर के बाहर जाने पर परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच सकती है और दोस्तों के बीच गलतफहमियां या गपशप का कारण बन सकती है।
दूसरों द्वारा बताए गए रहस्य
यदि किसी ने आपके ऊपर विश्वास करके कोई रहस्य बताया है तो उसे किसी भी स्थिति में दोस्तों के साथ साझा न करें। चाणक्य नीति में विश्वासघात को सबसे बड़ा पाप माना गया है। यदि आप दूसरों के रहस्यों को उजागर करते हैं तो यह न केवल आपके चरित्र को कमजोर करता है, बल्कि आपके दोस्तों के बीच भी आपके प्रति अविश्वास पैदा हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी चाणक्य नीति की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।