सनातन धर्म के लोगों के लिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन का खास महत्व है। आज यानी 12 मई 2025 को देशभर में बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। बुद्ध पूर्णिमा के शुभ दिन गंगा स्नान करने के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण हरिद्वार की हर की पैड़ी पहुंच रहे हैं। स्नान के दौरान भक्तों को कोई समस्या न हो, इसके लिए पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु का धरती पर बुद्ध देव के रूप में अवतरण हुआ था और उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसलिए इस दिन बुद्ध देव की पूजा की जाती है। साथ ही तीर्थ नगरी हरिद्वार में स्नान करना शुभ माना जाता है। इससे भक्तों को असीम पुण्य मिलता है। इसके अलावा आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने सुदामा को विनायक उपवास रखने का महत्व बताया था और सतयुग में विष्णु जी ने नृसिंह अवतार लिया था।
जानें ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी ने क्या कहा?
बुद्ध पूर्णिमा के खास मौके पर हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी ने कहा, ‘आज भगवान श्री नारायण के अवतारों में से नवम अवतार बुद्धावतार का दिन है। प्राचीन काल में वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि में बुद्ध देव का जन्म हुआ था। आज ही उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और आज ही उनका शरीर पूर्ण हुआ था। इसलिए बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए आज का दिन बेहद खास है।’
इसी के आगे उन्होंने कहा, ‘आज के दिन सबसे अधिक महत्व जो बनता है वो स्नान का है। जो लोग बुद्ध पूर्णिमा के दिन स्नान करने के पश्चात सुगंधित जल लोगों में बांटते हैं और अपने पुरोहित को सरवत आदि दक्षिणा के साथ दान करते हैं, उन्हें विशेष फल मिलता है अर्थात धन की प्राप्ति होती है। सुख की कामनाएं पूर्ण होती हैं और नारायण की कृपा से चंद्रमा ग्रह भी ठीक होता है। जिन लोगों की कुंडली में ग्रह दोष या पितृ दोष है, उन्हें भी गंगा स्नान करने से लाभ होता है।’
Haridwar, Uttarakhand: On Buddha Purnima, a significant crowd of devotees gathered in Haridwar, where many took a holy dip in the Ganga pic.twitter.com/PufWxKqaEk
— IANS (@ians_india) May 12, 2025
श्रद्धालुओं ने क्या कहा?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। हरिद्वार में गंगा स्नान करने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि, ‘गंगा स्नान का अपने आप में ही महत्व है। लेकिन बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान करने से असीम पुण्य का लाभ मिलता है। इससे कष्ट दूर होते हैं और पाप नष्ट होते हैं।’
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