भगवान हनुमान, जिन्हें संकटमोचन, बजरंग बली, और मारुति नंदन जैसे नामों से जाना जाता है। हनुमान जी भक्ति, शक्ति, और साहस के प्रतीक हैं। उनकी अटूट भक्ति और भगवान राम के प्रति समर्पण उन्हें हर युग में भक्तों के लिए प्रेरणा स्रोत बनाता है। हनुमान जी को केवल एक देवता ही नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का रक्षक माना जाता है, जो संकट में उनकी शरण में जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हनुमान जी के पूजन से सभी ग्रहों का अशुभ प्रभाव दूर होता है। इसके साथ ही जीवन की हर बाधा, भय, और परेशानी से मुक्ति मिलती है। मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिन उनकी शक्ति और कृपा को ग्रहण करने के लिए सबसे अच्छा होता है। अगर आप जीवन में किसी संकट से जूझ रहे हैं, चाहे वह आर्थिक, पारिवारिक, स्वास्थ्य, या मानसिक हो, तो हनुमान जी की भक्ति आपके लिए चमत्कार ला सकती है। आइए जानते हैं कि हनुमान जी प्रसन्न कैसे करें?
हनुमान मंदिर में करें दीपदान
मंगलवार की शाम हनुमान मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें और अपने संकट या मनोकामना को हनुमान जी के सामने रखें। यदि मंदिर जाना संभव न हो, तो घर में हनुमान जी के सामने दीप जलाएं। इससे समस्याएं दूर होने लगती हैं।
लाल सिंदूर का चोला अर्पित करें
मंगलवार को हनुमान मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति को लाल सिंदूर का चोला चढ़ाएं। चोला चढ़ाने से पहले देसी घी में सिंदूर मिलाएं और अपनी परेशानी को मन में दोहराएं। यह उपाय हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त करने और संकटों से मुक्ति के लिए प्रभावी माना जाता है।
हनुमान अष्टक का करें पाठ
हनुमान अष्टक संकटमोचन हनुमान के गुणों का वर्णन करता है। मंगलवार को स्नान के बाद हनुमान जी के सामने बैठकर हनुमान अष्टक का 7 बार पाठ करें। पाठ के बाद हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। यह उपाय संकटों को दूर करता है और इससे हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
लाल पुष्पों की माला अर्पित करें
मंगलवार को हनुमान जी को लाल गुलाब या गुड़हल के फूलों की माला अर्पित करें। माला अर्पित करने से पहले ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें और अपनी परेशानी को हनुमान जी के सामने रखें। यह उपाय संकटों से मुक्ति और हनुमान जी की कृपा दिलाने में सहायक है।
हनुमान मंत्र का करें जाप
मंगलवार को स्नान के बाद हनुमान जी की मूर्ति के सामने बैठकर ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें। जाप के दौरान अपनी परेशानियों पर ध्यान दें और उनसे मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। इसके साथ ही प्रभु को गुड़ का भोग लगाएं। यह मंत्र जाप संकल्प को मजबूत करता है और हनुमान जी की कृपा दिलाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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