Yoga For Stomach Problems: एक कहावत है कि योग शरीर को निरोग रखता है। यानी शारीरिक समस्याओं से बचाकर हमें स्वस्थ रखता है। 21 जून को विश्व योगा डे 2023 सेलिब्रेट किया जाएगा। इस मौके पर हम आपके लिए एक ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं जो पेट की समस्याओं से राहत दिलाने के लिए जाना जाता है। इस योगासन का नाम है उत्तानपाद, जानिए इसके करने की विधि और फायदे…
उत्तानपाद योगासन क्या है?
उत्तानपाद में उत्तान का अर्थ होता है ऊपर उठा हुआ और पाद का अर्थ होता है “पैर”. इस आसन में पैर को ऊपर की और ले जाया जाता है. इस वजह से इसे उत्तानपाद आसन कहा जाता है।
उत्तानपाद योगासन करने की विधि क्या है?
- इसका अभ्यास करने के लिए सबसे पहले एक समतल जगह पर लेट जाएं।
- फिर दोनों पैर के अंगूठों को एक साथ मिलाएं और खुद को हल्दा करें।
- लंबी सांस लेकर पैरों को 30 डिग्री के आसपास ही ऊपर उठाएं।
- कुछ देर तक पैर को यूं ही ऊपर रखें और धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें।
- 30 सेकंड बाद गहरी सांस को छोड़ते हुए पैर वापस नीचे लाएं।
- इस तरह Utanpad aasan का एक चक्र होता है
- शुरू में 2 से 3 चक्र करें और बाद में संख्या बढ़ा लें।
उत्तानपाद योगासन के फायदे
- उत्तानपाद योगासन का अभ्यास करने से पेट की चर्बी कम हो सकता है।
- सिक्स पैक बनाने में ये आसन मददगार होता है।
- इसके नियमित अभ्यास करने से कब्ज की समस्या दूर होती है।
- इसके अभ्यास से कमर और पेट दर्द में भी राहत मिलती है।
- पाचन संबंधी समस्या से निजात दिलाकर नाभि को संतुलित करता है।
सावधानियां
- पेट की सर्जरी होने पर इसके अभ्यास से बचें।
- गर्भवती महिलाएं इस आसन का अभ्यास न करें।
- हमेशा खाली पेट ही इस योगासन का अभ्यास करें
- अधिक कमर दर्द होने पर इसका अभ्यास न करें।
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