Monsoon Skin Care Tips: मानसून का मौसम राहत देने के साथ-साथ कई परेशानियां भी साथ में लेकर आता है। आमतौर पर इस मौसम में कई लोगों को सेहत से जुड़ी बहुत सी समस्याएं होती हैं, जिनमें आप स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम देख सकते हैं। सभी एक जैसी स्किन नहीं होती है, इसलिए भी हर तरह की स्किन के लिए खास देखभाल की जरूरत होती है। बरसात में नमी की वजह से स्किन में कई टाइप की समस्याएं परेशान करती हैं और उन्हें ठीक करने के लिए बहुत से ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कुछ लोगों को कई नुकसान भी झेलने पड़ते हैं। ऐसे में आप किस तरह से मानसून में अपनी स्किन की देखभाल कर सकते हैं, आइए जान लेते हैं..
मानसून में स्किन केयर कैसे करें
सबसे पहले अपने चेहरे के लिए अपनी त्वचा के प्रकार और समस्याओं के लिए सही तरह के प्रोडक्ट का यूज करें। यह न केवल स्किन केयर प्रोडक्ट पर बल्कि मेकअप प्रोडक्ट पर भी लिखा होता है। अपनी स्किन केयर के रूटीन में केमिकल प्रोडक्ट की बजाय नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। अपने चेहरे को बार-बार साफ करें, त्वचा को हाइड्रेट रखें।
इसके अलावा स्किन इंफेक्शन की बात करें तो मानसून में सिर्फ चेहरे की ही देखभाल की जरूरत नहीं होती है। क्योंकि इस मौसम में बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण आम बात है, इसलिए कई बातों का ध्यान रखें, जैसे-
- आपने शरीर को सूखा रखें।
- हल्के कपड़े पहनें
- अपने साथ या ऑफ़िस में बारिश में भीगने पर बदलने के लिए एक्स्ट्रा कपड़े रखें।
- जिम के लिए ऐसे कपड़े पहनें जो नमी को सोख लें
- कसरत के बाद जरूर नहाएं।
- अपने जूतों को एक बार पहनने के बाद सूखने के लिए समय दें।
मानसून स्किन पर कैसे असर करता है?
शरीर से आने वाली स्मेल
बहुत ज्यादा पसीना आने से अंडरआर्म्स में बदबू आती है और शरीर से स्मेल आती है। डिओडोरेंट का इस्तेमाल करने से एलर्जिक रैश हो सकते हैं, इसलिए पूरी तरह नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। पसीने से बचने के लिए सूती कपड़े पहनें। जरूरत पड़ने पर आप अंडरआर्म्स में स्वेट पैड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पसीने से होने वाला रैश
मेडिकल भाषा में इसे मिलिरिया कहते हैं, यह लाल खुजली वाला रैश होता है। पसीने की ग्रंथियों में रुकावट आमतौर पर इसका मुख्य कारण होती है। अगर व्यक्ति किसी ठंडी और हवादार जगह पर जाए तो माथे पर होने वाले दाने ठीक हो जाते हैं।
फंगल स्किन इंफेक्शन
इस मौसम में दाद और इस तरह के अन्य संक्रमण जैसे पैर की उंगलियों के बीच खुजली होना, ब्रेस्ट के नीचे, बगलों और कमर में इंफेक्शन देखे जाते हैं। डायबिटीज वाले लोगों में इस तरह के संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है।
एक्जिमा
ज्यादा पसीने के साथ नमी त्वचा को ड्राई बना देती है। इससे एक्जिमा होने की संभावना बढ़ सकती है, जो लाल, खुजली वाले दाने के रूप में दिखती है।
ऑयली स्किन की कैसे करें देखभाल
- अपनी त्वचा को हर दिन कम से कम दो बार फेस वॉश से साफ करें।
- अगर आपकी त्वचा तैलीय हो जाती है, तो टिशू का उपयोग करें।
- त्वचा को हेल्दी और टाइट रखने के लिए माइल्ड टोनर का उपयोग करें। इसके बाद हल्का मॉइस्चराइजर लगाएं।
ड्राई स्किन की कैसे करें देखभाल
- क्लींजिंग के बाद अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करें।
- हाइड्रेटेड रहें।
- गर्म पानी से नहाने से बचें।
- मेकअप लगाकर कभी न सोएं।
खुजली वाली स्किन की कैसे करें देखभाल
- बिना किसी सुगंध वाले नेचुरल त्वचा देखभाल प्रोडक्ट्स का उपयोग करें।
- साबुन रहित क्लींजर का उपयोग करें।
- सनस्क्रीन लगाना कभी न भूलें।
- प्रोडक्ट का उपयोग करने से पहले उन्हें पैच टेस्ट करें।
- हाइड्रेटेड रहें और सही खाएं।
- अगर आप बारिश में भीग जाते हैं तो तुरंत नहा लें।
- मेकअप से बचें या नॉन-कॉमेडोजेनिक और हाइपोएलर्जेनिक प्रोडक्ट्स का यूज करें।
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