Is It Harmful to Sleep on Your Stomach: हेल्दी रहने के लिए सिर्फ हेल्दी डाइट ही काफी नहीं है, बल्कि एक अच्छी और बेहतर नींद भी लेना जरूरी है। क्योंकि स्वस्थ बनाए रखने में नींद का इंपॉर्टेंट रोल होता है और यहां तक की डॉक्टर भी 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद लेने के लिए बोलते हैं। हालांकि, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुकून भरी नींद आना किसी टास्क से कम नहीं है।
कई लोगों को आदत होती है कि बिस्तर पर लेट जाते हैं, लेकिन नींद नहीं आती है और करवटें बदलते रहते हैं। कुछ लोगों की सोने की पोजीशन ही सही नहीं होती है और पेट के बल सो जाते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, तो जरा रुक जाएं। क्योंकि ऐसा करने से आपको कई सेहत से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, पेट के बल सोने से कुछ लोगों को आराम मिल सकता है, लेकिन यह कई सारी सेहत से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है।
ये हैं पेट के बल सोने के 5 नुकसान
रीढ़ की हड्डी पर प्रेशर
पेट के बल सोने से आपकी रीढ़ की नेचुरल कर्व को सपोर्ट नहीं मिलता है, जिससे रीढ़ की हड्डी पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है। यह पीठ दर्द और रीढ़ की समस्याओं का कारण बन सकता है।
गर्दन में दर्द होना
इस स्थिति में सोने पर आपको सिर को एक साइड घुमा कर रखना पड़ता है, जिससे गर्दन पर तनाव पड़ता है। लंबे समय तक इस स्थिति में सोने से गर्दन में दर्द और अकड़न हो सकती है, जिसे सर्वाइकल पेन भी कहते हैं।
सांस लेने में परेशानी
पेट के बल सोने से छाती पर प्रेशर पड़ता है, जिससे फेफड़ों में दिक्कत हो सकती है। इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है और ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी हो सकती है।
इंटरनल ऑर्गन पर प्रेशर
पेट के बल सोने से पेट और आंतरिक अंगों पर दबाव बढ़ जाता है। यह पाचन समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि एसिडिटी, गैस और पाचन में समस्याएं हो सकती हैं।
झुर्रियों और त्वचा की समस्याएं
पेट के बल सोने से आपके चेहरे का एक हिस्सा तकिए के साथ दब जाता है, जिससे त्वचा पर रगड़ और प्रेशर पड़ता है। इससे चेहरे पर झुर्रियां और त्वचा की अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
पेट के बल सोने की आदत से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स..
पीठ या करवट लेकर सोने की कोशिश करें
पीठ के बल या करवट लेकर सोने से रीढ़ की हड्डी को बेहतर सपोर्ट मिलता है और इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
सपोर्टिव तकिए का यूज करें
सही तकिया चुनें जो आपकी गर्दन और रीढ़ को सपोर्ट कर सके।
स्लीपिंग पोजीशन में धीरे-धीरे चेंज करें
अपनी सोने की स्थिति को धीरे-धीरे बदलने की कोशिश करें ताकि आपका शरीर नई पोजीशन को अपनाने में समय ले सके। इन टिप्स का पालन करके आप बेहतर नींद के साथ-साथ सेहत से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं।
ये भी पढ़ें- स्लीपिंग मास्क से भी चेहरा हो सकता है खराब! जानें इस्तेमाल करने का सही तरीका