Detox Diet: डिटॉक्स डाइट लेना काफी लोगों को पसंद आता है, क्योंकि ये शरीर के बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करते हैं और वजन घटाने को बढ़ावा दे सकते हैं। लेकिन सवाल ये भी उठता है कि क्या वे काम करते हैं? ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपका शरीर किस तरह का है। यह जानना जरूरी होता है कि ये एक ऐसी डाइट जो आपके के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है, तो आपके लिए किस तरह से हो सकता है। आइए जानते हैं कि इसे लेकर न्यूट्री मेवेन की न्यूट्रिशनिस्ट और संस्थापक अनुशी जैन इसे लेकर क्या कहती हैं।
डिटॉक्स डाइट के फायदे
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं कि हालांकि डिटॉक्स डाइट शरीर से टॉक्सिन्स को पूरी तरह से साफ नहीं करता है, लेकिन कुछ फायदा जरूर देता है। जो लोग सब्जियों और फलों जैसे फूड लेते हैं और प्रोसेस्ड फूड, डेसर्ट और ट्रांस वसा से बचते हैं, वे ज्यादा एनर्जी महसूस कर सकते हैं, वजन कम कर सकते हैं और पाचन में सुधार कर सकते हैं। ये सभी फायदे केवल लंबे समय और संतुलित डिटॉक्स डाइट से ही प्राप्त किए जा सकते हैं।
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डिटॉक्स डाइट के नुकसान
डिटॉक्स डाइट आपके सामान्य हेल्थ के लिए संभावित रूप से चिंता का विषय हो सकती है। सख्त डाइट व्यवस्था पोषण संबंधी कमियों, थकान, अप्रिय भावनाओं और मांसपेशियों के नुकसान का कारण बन सकती है। आक्रामक डिटॉक्सिफिकेशन इलाज, जैसे कि कोलन क्लींजिंग और रेचक दुरुपयोग, शरीर के नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बाधित कर सकते हैं और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकते हैं।
हेल्दी ऑप्शन
बैलेंस डाइट- बैलेंस डाइट में सभी चीजें जैसे फल, सब्जियां, दुबला मांस और साबुत अनाज को शामिल किया जाता है।
प्रोसेस फूड का सेवन सीमित करें- प्रोसेस फूड में चीनी की मात्रा ज्यादा होती है और अनहेल्दी फैट का सेवन कम करें।
हर रोज एक्सरसाइज करें- शारीरिक एक्टिविटी ब्लड फ्लो और पसीने को बढ़ाती है, जिससे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।