Dark Chocolate Benefits: हार्वर्ड टी.एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने हाल ही में डार्क चॉकलेट पर एक शोध किया है, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। स्टडी में पाया गया है कि अगर बैलेंस तरीके से डार्क चॉकलेट को खाया जाए तो टाइप-2 डायबिटीज का जोखिम कम हो सकता है। इस शोध को 1,92,000 से अधिक लोगों पर किया गया है। इसमें प्रतिभागियों की डाइट और हेल्थ डाटा एनालिसिस किया गया।
इनमें से किसी को भी डायबिटीज नहीं थी। इनपर करीब 30 सालों तक नजर रखी गई। डेटा कलेक्ट करने के दौरान समय-समय पर इस सभी लोगों को कुछ प्रश्न दिए गए। इसमें उनकी डाइट, लाइफस्टाइल और फिजिकल एक्टिविटी और हेल्थ से जुड़ी अन्य जानकारियां कलेक्ट की गईं। साइंटिस्ट ने इन लोगों पर इस बात का अध्ययन किया कि डार्क चॉकलेट का सेवन करने वालों में टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना कितनी पाई गई।
टाइप-2 डायबिटीज कम था रिस्क
जिन लोगों ने वीक में कम से कम पांच बार डॉर्क चॉकलेट खाई थी, उनमें टाइप-2 डायबिटीज का होने की संभावना 21 प्रतिशत तक कम पाई गई। वहीं, मिल्क चॉकलेट खाने वालों में ऐसा कोई भी लाभ नहीं देखा गया। उल्टा मिल्क चॉकलेट वालों में वजन बढ़ने और डायबिटीज होने के खतरे में वृद्धि दर्ज की गई।
इस कारण है फायदेमंद
स्टडी में यह बात सामने आई कि डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स और फ्लेवोनोइड्स शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही ये कंपाउंड इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना आसान हो जाता है।
ज्यादा मात्रा में न करें कंज्यूम
स्टडी में यह स्पष्ट किया गया कि डार्क चॉकलेट का ज्यादा सेवन फायदेमंद नहीं। डार्क चॉकलेट में प्राकृतिक रूप से फैट और शुगर की मात्रा होती है। इस कारण इस नॉर्मल मात्रा में ही खाना चाहिए।
इन बीमारियों के रिस्क को करती है कम
- डार्ट चॉकलेट के नियमित सेवन से हार्ट हेल्दी रह सकता है। इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स ब्लड सेल्स को रिलैक्स करने में हेल्प करता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
- डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स खराब कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीडेशन को रोकते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और हार्ट हेल्दी रहता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- शोध में बताया गया कि स्टडी के दौरान प्रतिभागियों की लाइफस्टाइल पूरी तरह से कंट्रोल नहीं किया जा सका, जिस कारण अन्य कारकों ने भी रिजल्ट को प्रभावित किया होगा।
- बाजार में उपलब्ध डार्क चॉकलेट में एक्सट्रा शुगर एड की जाती है। इसके साथ ही इसमें फैट की मात्रा भी अधिक होती है। इस कारण कम से कम 70 प्रतिशत से अधिक कोको वाली डार्क चॉकलेट सेहत पर अच्छा असर डाल सकती है।
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।
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