Taj Mahal Secrets: दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल अपनी खूबसूरती और प्यार की कहानी के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ताजमहल में 22 बंद कमरे हैं, जिनके अंदर क्या है, यह आज तक किसी को नहीं पता। इन बंद कमरों को लेकर कई तरह की अफवाहें उड़ाई जाती रही हैं, जैसे इनमें खजाना या हिंदू मंदिरों की मूर्तियां छुपी हो सकती हैं। इन कमरों के रहस्यों ने इतिहासकारों और पर्यटकों को हमेशा उलझन में डाला है। क्या ताजमहल के इन बंद कमरों में सच में कुछ छुपा है? आइए जानते हैं…
ताज महल के बंद कमरों की अफवाहें
शाहजहां द्वारा बनवाया गए ताजमहल में 22 बंद कमरे हैं। इन कमरों को लेकर कई तरह की बातें की जाती हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपॉर्ट के अनुसार, कुछ लोग कहते हैं कि इन कमरों में खजाना या हिंदू मंदिरों के पुराने सामान हो सकते हैं। लेकिन इतिहासकारों और अधिकारियों का कहना है कि इसके कोई सबूत नहीं हैं। ये कमरे सुरक्षा और देखभाल के लिए बंद किए गए हैं। ताजमहल को प्यार और सुंदर आर्किटेक्चर की मिसाल माना जाता है और यह दुनिया के सात अजूबों में शामिल है।
ताज महल का इतिहास और निर्माण
सफेद संगमरमर से बना ताजमहल का मुख्य हिस्सा 1648 में पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ था और इसके आसपास के बगीचे और इमारतें 1653 में बने। यह महल मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के लिए बनवाया था और इसे उनके गहरे प्यार का प्रतीक माना जाता है। हालांकि ताजमहल के 22 बंद कमरों को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल चुकी हैं। सबसे बड़ी अफवाह यह थी कि इन कमरों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं और यह जगह पहले शिव मंदिर था। इतिहासकार पी.एन. ओक ने अपनी किताब में कहा था कि ताज महल पहले ‘तेजो महालय’ नामक शिव मंदिर था, जिसे शाहजहां ने कब्जा करके मकबरे में बदल दिया। हालांकि, इतिहासकार राना सफवी ने इस दावे को गलत बताया और कहा कि ताजमहल के बारे में कोई नई कहानी लिखने की जरूरत नहीं है। उनका कहना था कि ताजमहल बनाने से पहले यहां एक हवेली थी, जिसे शाहजहां ने खरीदा था और इसका प्रमाण आज भी मौजूद है।
हिंदू मंदिर से जुड़े विवाद
2017 में बीजेपी की नेता संगीता सोम ने कहा था कि ताजमहल भारतीय संस्कृति के लिए एक कलंक है और इसे गद्दारों ने बनवाया था। इसके बाद बीजेपी के नेता दीया कुमारी और रजनीश सिंह ने यह आरोप भी लगाए थे कि ताजमहल के बंद कमरों में हिंदू देवताओं की मूर्तियां हैं। लेकिन अदालत ने इन आरोपों को नकार दिया। सरकार ने ताजमहल के 22 बंद कमरों को सुरक्षित रखने का फैसला लिया है ताकि ताज महल की सुरक्षा और संरचना को कोई नुकसान न हो।
कमरों को बंद करने का कारण
इन कमरों को बंद करने का मुख्य कारण ताजमहल की सुरक्षा और संरचना को बचाना है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के एक अधिकारी ने बताया कि ताजमहल की सुरक्षा और संरचना को ठीक रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। इन कमरों में सही रोशनी और कर्मचारियों का इंतजाम करना मुश्किल है, क्योंकि हर दिन ताज महल में लाखों लोग आते हैं। ताज महल से जुड़े किसी भी विवाद या अफवाह से बचने के लिए इन कमरों को बंद कर दिया गया है।