World’s biggest iceberg A23a: दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आइसबर्ग यानी हिमखंड (A23a) खिसक रहा है। इसे पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है। अंटार्कटिका महाद्वीप से टूटक खिसक रहा यह आइसबर्ग भारत की राजधानी दिल्ली से भी तीन गुना बड़े आकार का है। यह साल 2023 में अंटार्कटिका से टूटकर अलग हुआ था। टूटने के बाद यह अपनी जगह पर स्थिर था लेकिन अब 37 साल बाद इसमें हलचल देखी गई है और यह समुद्र में बहने लगा है।
यह आइसबर्ग दुनियाभर के लिए कौतूहल और चिंता का विषय बना हुआ है। यह धीरे धीरे गति कर रहा है। वैज्ञानिक इसपर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अब सबसे बड़ा सवाल है कि यह किस देश की तरह जा रहा है और बर्फ के इस विशाल टुकड़े का क्या होगा। आकार में यह इतना बड़ा है कि इसकी ठीक दिशा का पता लगाना भी कठिन है। कहा यह भी जा रहा है कि जमीन से टकराने से पहले ही यह समुद्र में टूटकर बिखर जाएगा और पिघल जाएगा।
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उत्तर पूर्व की तरफ बढ़ रहा
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह आइसबर्ग फिलहान उत्तर पूर्व की तरफ बढ़ रहा है। बताया जा रहा है कि यह उप-अंटार्कटिक द्वीप दक्षिण जॉर्जिया की तरफ जा रहा है। दक्षिण जार्जिया के पास बहुत से समुद्री जीव और पशु-पक्षी रहते हैं। यह आइसबर्ग विनाशकारी परिवर्तन कर सकता है। इससे समुद्री धाराएं भी प्रभावित हो सकती हैं और पेड़-पौधों और वहां के जीवों के लिए अच्छा नहीं है।
गति भी हो रही है तेज
जॉर्जिया समुद्र के किनारे बसा शहर है जिसपर इस विशाल आइसबर्ग का सबसे ज्यादा खतरा है। वैज्ञानिकों का अंदाजा है कि इस आइसबर्ग की स्पीड भी तेज हो सकती है। इसकी गति तेज होने की वजह पिघलने से साइज कम होना है। अगर यह बिना टूटकर बिखरे सीधे जार्जिया द्वीप से टकरा गया तो बहुत विनाशकारी होगा। वैज्ञानिक इस आइसबर्ग के टूटकर बहने को खतरे के रूप में देख रहे हैं।
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