देश के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश, बिहार के कई क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, तो वहीं पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने से तबाही मची है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल फटने से बड़ा नुकसान हुआ है, कई लोग लापता हैं। खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की घटना से नेशनल हाईवे बंद हैं। मौसम विभाग ने एक बार फिर से कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 3 घंटों के लिए उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओडिशा में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग की तरफ से यह भी बताया गया कि उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश, केरल में बहुत भारी वर्षा हुई है और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तरी पंजाब, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भी अधिक बारिश हुई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तराखंड के लिए पांच दिवसीय मौसम चेतावनी जारी की है, जिसमें 6 से 9 अगस्त तक राज्य भर में “अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा” और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया गया है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जैसे जिलों में 6 अगस्त को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बारिश की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए पौड़ी समेत कई जगहों पर आंगनवाड़ी केंद्रों सहित कक्षा 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल 6 अगस्त को बंद रहेंगे।
आईएमडी के अनुसार, अगले 3 से 4 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर और मंडी समेत कुछ जगहों पर तेज से बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, लाहौल और स्पीति, किन्नौर, कुल्लू में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञानी संदीप कुमार शर्मा ने कहा, “ऊना और मंडी के लिए 6 अगस्त को येलो अलर्ट जारी किया गया है। सिरमौर जिले में 7 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 8 अगस्त से मौसम की तीव्रता फिर से बढ़ जाएगी। 8 और 9 अगस्त को ऊना, चंबा, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है। 5 अगस्त तक राज्य में सामान्य से 38 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है।”
यूपी, बिहार में बाढ़ जैसे हालात
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी में कई इलाके डूब गए हैं, जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उत्तर प्रदेश में गंगा, सरयू, टोंस, वरुणा, गोमती नदियां पूरे उफान पर बह रही हैं। इन नदियों के आसपास के क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर नीचे तो आ रहा है लेकिन अभी तक लगभग 80 हजार लोग प्रभावित हो चुके हैं। अयोध्या में भी सरयू नदी में जलस्तर बढ़ गया है, नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
वहीं बिहार के चौसा, बेगूसराय, भोजपुर, हाजीपुर, छपरा, मुंगेर, समस्तीपुर समेत कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है, लोगों के घरों में पानी घुस गया है।